Kanpur Rain: कानपुर में बारिश को लेकर मौसम विभाग की तरफ अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में कच्चे घरों और जर्जर इमारतों या भवनों में खतरा ज्यादा मंडरा रहा है. बरसात से पहले प्रशासन इस बात के दावे कर रहा था कि जर्जर मकानों और कच्चों घरों को चिन्हित कर रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा. जिला प्रशासन पिछली घटनाओं से भी सबक लेने को तैयार नहीं है. बिठूर थाना क्षेत्र में एक कच्चा मकान बारिश के चलते ढह गया. इस घटना में एक महिला की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति बुरी तरह से घायल है.


सरकारें आवास योजनाओं की तमाम बाते करती है. लोगों को आवास देने के दावे भी किए जाते हैं लेकिन अभी भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो न सरकारी सुविधाओं का लाभ ले पा रहे हैं और न ही उनके पास कोई योजना पहुंची है. कानपुर के बिठूर थाना क्षेत्र में देर तार उस समय हड़कंप मच गया, जब शाम से ही हो रही तेज बारिश और हवाओं ने लगभग 12 बजे एक मकान भर भराकर गिर गया. मिट्टी और ईंट के बने घर को हम मकान कहते हैं. उसमे रहेनवाली रानी देवी अपने बेटे के साथ लंबे समय से रह रही थी लेकिन लगातार हो रही बारिश ने मकान की दीवार को कमजोर कर दिया. देर रात दीवार गिरने से पूरा घर मलबे में तब्दील हो गया जिसमे दबकर रानीदेवी की मौत हो गई और बेटा रजत बुरी तरह घायल हो गया.


कब टूटेगी जिला प्रशासन की नींद? 
फिलहाल पुलिस ने शव को मलबे से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घायल बेटे को उपचार के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है. वहीं प्रशासन और पुलिस की ओर से मृतक के परिवार को राहत राशि प्रदान करने की बात सामने आ रही है. सवाल यही खड़ा हो रहा है कि, बारिश ने एक जिंदगी को काल के गाल में समा दिया और प्रशासन हर बार की तरह जर्जर भवनों और कच्चे मकानों को चिन्हित करने के दावे कर रहा है. वहीं कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से राहत देने की बात भी कही गई है. अब देखना है कि मौतों का ये सिलसिला कब तक चलता है और कब प्रशासन कुंभकर्णी नींद से जगता है.


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