झांसी, एबीपी गंगा। लगातार दस साल तक वीआईपी सीट रही झांसी लोकसभा संसदीय क्षेत्र में विकास के कई कार्य अभी भी अधूरे हैं। जनता की माने तो पिछले पांच सालों में क्षेत्र में कोई खास परिवर्तन देखने को नहीं मिला है। झांसी से मौजूदा सांसद उमा भारती केंद्र में मंत्री हैं। सांसद निधि से उन्होंने काफी पैसा खर्च तो किया, लेकिन अभी भी कई इलाकों में काम होना बाकी है।
बीती सपा सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान झांसी और कस्बा मऊरानीपुर में रेलवे ओवर ब्रिज काम काम तीन साल में पूरा करने का वादा किया था। सरकार बदलने के बाद भी इस इलाके के हालात नहीं बदले। ओवर ब्रिज का काम अभी भी अधूरा पड़ा है। दरअसल, तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने झांसी शहर के बीच में स्थित सीपरी बाजार रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण 2013 में ही शुरू कर दिया था। इसी प्रकार मऊरानीपुर में भी ओवर ब्रिज का निर्माण कराया था। यूपी सरकार ने अपना काम तय अवधि के आसपास ही पूरा करा दिया था। मगर रेलवे की लापरवाही के कारण दोनों ब्रिज अधूरी पड़े हैं। जिसकी वजह से यहां आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है। खासकर स्कूली बच्चों को रोजाना जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है।
क्या कहती है व्यापारी
सीपरी बाजार के व्यापारी नेता संतोष साहू ने बताया कि इन पांच सालों में ना तो कोई पुल बना और ना ही कोई रोड। ओवरब्रिज ना होने के कारण व्यापारियों का धंधा भी चौपट होता जा रहा है। ओवरब्रिज का निर्माण ना होना आज शहर की सबसे बड़ी समस्या बन गया है।