चर्चित मंगेश यादव एनकाउंटर केस में मानवाधिकार आयोग ने बैठाई जांच, सुल्तानपुर के डीएम से मांगी रिपोर्ट
Mangesh Yadav Case: मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील गजेंद्र सिंह यादव ने राष्ट्रीय और राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत की थी. इस शिकायत में एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए गए थे.
Sultanpur Encounter Case: सुल्तानपुर के चर्चित मंगेश यादव एनकांउटर केस में अब मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया है. राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. आयोग ने सुल्तानपुर के डीएम को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है. सुल्तानपुर के डीएम को इस मामले में 27 सितंबर तक राज्य मानवाधिकार आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी. आयोग इस मामले में 30 सितंबर को सुनवाई करेगा.
मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील गजेंद्र सिंह यादव ने राष्ट्रीय और राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत की थी. इस शिकायत में मंगेश यादव के एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए गए थे. एनकाउंटर को फर्जी बताया गया था. कहा गया था कि पुलिस ने सिर्फ वाहवाही पाने के लिए गलत तरीके से एनकाउंटर किया था.
मानवाधिकार आयोग ने सुल्तानपुर एनकाउंटर केस में जांच के दिए आदेश
राज्य मानवाधिकार आयोग ने सुल्तानपुर के डीएम को गजेंद्र सिंह यादव के प्रार्थना पत्र के बिंदुओं के आधार पर जांच करने को कहा है. जांच रिपोर्ट सुल्तानपुर के डीएम को दाखिल करनी होगी. मंगेश यादव का एनकाउंटर पांच सितंबर को सुल्तानपुर में हुआ था. वह सुल्तानपुर के घंटाघर इलाके के चर्चित ज्वेलर्स कांड में आरोपी था.
पुलिस ने उस पर इनाम भी घोषित कर रखा था. गजेंद्र सिंह की शिकायत में यह भी कहा गया था कि मंगेश यादव आदतन अपराधी नहीं था. पहली बार किसी क्रिमिनल केस में उसका नाम सामने आया था. मुख्य आरोपी की तरह वह भी सरेंडर करना चाह रहा था.
मंगेश यादव एनकाउंटर पर सियासत तेज
गौरतलब है कि मंगेश यादव एनकाउंटर केस में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जमकर आवाज उठाई है. यह मामला अब पूरी तरह से सियासी हो चुका है. विपक्षी पार्टियों इस एनकाउंटर को फर्जी बात कर यूपी की योगी सरकार पर लगातार हमलावर है. विपक्षी पार्टियां इस मामले को जातीय चश्मे से देखकर सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश में है.
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