गाजियाबाद, एबीपी गंगा। दिल्ली से सटे गाजियाबाद से दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां एक युवक ने पहले अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चियों का कत्ल किया और फिर खुद खुदकुशी कर ली। मामला गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके की न्यू शताब्दीपुरम कॉलोनी का है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। कमरे का दरवाजा तोड़ते ही पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। बेड पर पत्नी लहूलुहान हालत में तड़प रही थी। पति और तीन बच्चे मृत अवस्था मे पड़े थे। आनन-फानन में पुलिस ने तड़प रही महिला को अस्पताल पहुंचाया और उसके पति व तीनों बच्चों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।



सुबह नहीं हुई हलचल


दरअसल,  प्रदीप  (42) नाम का शख्स अपने माता-पिता बहन और पत्नी एवं तीन बच्चों के साथ थाना मसूरी इलाके की न्यू शताब्दीपुरम कॉलोनी में पिछले काफी समय से रह रहे थे। प्रदीप और उनकी पत्नी एवं तीनों बच्चे अपने कमरे में सोए हुए थे। शुक्रवार की सुबह जब उनके कमरे का दरवाजा नहीं खुला और कोई हलचल नहीं दिखाई दी तो घर में मौजूद अन्य लोगों ने उनका दरवाजा खटखटाया लेकिन बाद भी उन्हें अंदर से कोई जवाब नहीं मिला।



मिला खून से सना हथौड़ा


परिवार वालों को शक हुआ और उन्होंने खिड़की से अंदर देखा तो बिस्तर पर प्रदीप और उसके तीनों बच्चे 8 वर्षीय मनस्वी, 5 वर्षीय यशस्वी और 3 वर्षीय ओजस्वी के शव पड़े थे। प्रदीप और बच्चों के मुंह पर करीब 4 इंच चौड़ा काले रंग का टेप लिपटा हुआ था जबकि, 40 वर्षीय  पत्नी संगीता  बिस्तर से नीचे लहूलुहान हालत में पड़ी थी उसके सिर में गंभीर चोट थी और वह तड़प रही थी। पास में ही खून से सना एक हथौड़ा पड़ा हुआ था।


पत्नी करती थी शक


पुलिस ने आनन-फानन में संगीता को अस्पताल पहुंचाया इसके अलावा प्रदीप और तीनों बच्चों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक आरोपी प्रदीप के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमे उसने लिखा है कि उसकी पत्नी उस पर शक करती थी जिसकी वजह से उसने सभी की हत्या करके उनके मुंह मे टेप लगा दिया। फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और घर में मौजूद अन्य लोगों से पुछताछ की जा रही है।



पुलिस ने तोड़ा दरवाजा


पुलिस द्वारा की गई शुरुआती जांच में सामने आया है कि प्रदीप ने पहले अपनी पत्नी के सिर पर हथौड़े से वार किए उसके बाद तीनों बच्चों के मुंह पर टेप लगाकर उनकी हत्या कर दी। बच्चों की हत्या के बाद प्रदीप ने भी अपने मुंह पर टेप लपेट कर खुदकुशी कर ली। कमरे में पूरा परिवार था उस कमरे का दरवाजा अंदर की तरफ से दरवाजा बंद था। पुलिस द्वारा दरवाजे को कड़ी मशक्कत के बाद तोड़ा गया।



नहीं सुनी चीख पुकार


माता-पिता और बहन का कहना है कि उन्होंने किसी तरह की कोई चीख पुकार नहीं सुनी। सुबह जब रोजाना की तरह उनका दरवाजा नहीं खुला तो उन्हें खिड़की के माध्यम से देखा गया जिसके बाद पूरे मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही गाजियाबाद के एसएसपी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।