सहारनपुर: सहारनपुर में लड़की पैदा होते ही जच्चा-बच्चा को सुसराल वाले अस्पताल में छोड़कर भाग गये. दस दिन से दुधमुंही बच्ची को गोद में लेकर पत्नी पति की बांट देख रही. पत्नी अस्पताल में 10 दिन से रोते-रोते पति का इंतजार कर रही है.


बेटे के लिये बनाता था दबाव


दरअसल, सहारनपुर की मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव खाताखेड़ी निवासी नसीम अहमद की बेटी आयशा का निकाह करीब डेढ़ साल पहले देवबंद कोतवाली क्षेत्र के गांव भनेड़ा निवासी युवक के साथ हुआ था. शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था और कुछ दिन बाद आयशा गर्भवती हो गई. पति हर दिन आयशा से बोलता था कि बेटा ही पैदा करना. जबकि आयशा कहती थी कि बेटी हो या बेटा उसके लिए दोनों समान है. इस बात पर पति उसे पीटता था, उत्पीड़न करता था. 22 जनवरी को आयशा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां आयशा ने 22 जनवरी की देर रात एक बेटी को जन्म दिया. जैसे ही यह खबर ससुरालियों को पता लगी तो जिला अस्पताल से पति, सास और ससुर बहू का हालचाल जाने बिना ही अस्पताल से गायब हो गए.


पुलिस में की गई शिकायत


करीब पांच दिन के बाद आयशा ने अपने पति को फोन किया तो उसने कहा कि वह अब उसे नहीं रखेगा वह कहीं और अपनी शादी कर सकती है और बेटी को भी ले जा सकती है. इसके बाद आयशा के पिता नसीम अहमद ने उसके ससुरालियों से बात करने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं की आयशा अभी भी जिला अस्पताल में अपनी दुधमुंही बच्ची को गोद मे लेकर अपने पति व ससुराल वालों का इंतजार कर रही है. वहीं इस मामले में एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि थाना मंडी पर तहरीर आई है जानकारी कर समुचित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी.


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