UP Assembly Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों से टिकट न मिलने पर बागी हुए नेताओ ने निर्दलीयों के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया जिसमे बहुत लोगों का पर्चा किसी न किसी कारण से  निरस्त हो रहा है. पर्चा निरस्त होने के बाद प्रत्याशी धांधली का आरोप लगाकर पर्चा खारिज करने की बात कह रहे हैं. मामला है फतेहपुर जिले का है जहां चौथे चरण के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट न मिलने पर मोहित यादव ने 242 हुसैनगंज विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय के रूप में नामंकन कराया था.


दबाव में पर्चा खारिज करने का लगाया आरोप
पर्चा खारिज होने पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी के नाम एक शिकायती पत्र देते हुए आरओ पर दबाव में पर्चा खारिज करने का आरोप लगाया है. वहीं निर्दलीय उम्मीदवार ने आरोप लगाते हुए बताया कि 3 फरवरी को अपना नामंकन पत्र हुसैनगज विधानसभा से किया था जिसमे सारे कागज सही थे. जिसके रसीद भी हमे दिया गया. 4 फरवरी को आरओ एआरओ ने राजनीतिक दबाव में मेरा पर्चा खारिज कर दिया जबकि एक फॉर्म में सफेद पेन से एक कागज में मेरे द्वारा मार्क किया गया था. जिसकी शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी/जिला अधिकारी के नाम एक शिकायती पत्र दिया गया है.


खागा से भी आप प्रत्याशी का पर्चा हुआ खारिज
बता दें कि जिले में इसके पहले खागा विधानसभा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी विजय गौतम का पर्चा भी खारिज हुआ. जिसको लेकर आम आदमी पार्टी ने भी आरओ पर पर्चा खारिज करने का आरोप लगाया है. 27 जनवरी से 3 फरवरी तक जिले में चौथे चरण के नामंकन को लेकर सपा, बीजेपी, कांग्रेस और बसपा सहित निर्दलीयों का 81 नामंकन पत्र दाखिल हुआ था जिसमे 14 पर्चा किसी न किसी कमी के कारण खारिज हुआ है. जिले के 6 विधानसभा से अब 67 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. 7 फरवरी को नाम वापसी और प्रतीक चिन्ह का आवंटन किया जायेगा.


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