IAS Sujit Kumar: राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी के प्राइवेट सेक्रेटरी आईएएस अधिकारी सुजीत कुमार बनाया गया है. आईएएस सुजीत कुमार 2010 बैच के आईएएस हैं. सुजीत कुमार, इससे पहले कौशांबी के डीएम भी रह चुके हैं.   भारतीय प्रशासनिक सेवा में 2010 बैच के आईएएस सुजीत कुमार को जयंत चौधरी का पीएस बनाया गया है. सुजीत कुमार यूपी कैडर के अधिकारी हैं. वह पांच साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में गए हैं. आईएएस सुजीत कुमार का पर केंद्र सरकार में डायरेक्टर के स्तर का रहेगा. इस संबंध में डीओपीटी ने आदेश जारी कर जानकारी दी है. 


IAS साक्षी मित्तल द्वारा हस्ताक्षरित आदेश में कहा गया है- मुझे यह बताने का निदेश हुआ है कि सक्षम प्राधिकारी ने सुजीत कुमार, आईएएस (यूपी:2010) को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय में कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी के निजी सचिव के रूप में निदेशक स्तर पर पांच साल की अवधि के लिए नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.


बीजेपी के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के पोते हैं. मोदी 3.0 सरकार में जयंत को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. उनको मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया है.


रालोद को दो सीटों पर मिली थी जीत  
जयंत चौधरी खुद 2024 में लोकसभा चुनाव नहीं लड़े हैं, लेकिन उनकी पार्टी के नेताओं को जीत मिली है. जैसे बागपत और बिजनौर सीट पर उनकी पार्टी के नेताओं की जीत मिली है. बागपत सीट से आरएलडी प्रत्याशी राजकुमार सांगवान लोकसभा चुनाव जीते हैं तो वहीं बिजनौर सीट से आरएलडी प्रत्याशी चंदन चौहान ने जीत दर्ज की है. 


लोकसभा चुनाव के दौरान ही जयंत चौधरी इंडिया गठबंधन का साथ छोड़कर बीजेपी से दोस्ती कर ली थी. जिसके बाद बीजेपी ने रालोद को दो सीटें दी थी. बागपत और बिजनौर, चुनाव में रालोद ने दोनों ही सीटों पर जीत मिली. 


अजीत सिंह के निधन के बाद जयंत चौधरी पार्टी के बने थे अध्यक्ष
जयंत चौधरी राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. उनका जन्म 27 दिसंबर 1978 को हुए. जयंत 15 वीं लोकसभा में यूपी के मथुरा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से स्नातक की है. जयंत चौधरी ने मथुरा लोकसभा सीट से 2009 में चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी. इससे पहले वे मांट विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं. तो वहीं 2021 में चौधरी अजीत सिंह के निधन के बाद जयंत चौधरी रालोद पार्टी के अध्यक्ष बने


दरअसल, साल 2009 में रालोद एनडीए के साथ थी. तब जयंत चौधरी ने मथुरा से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में जयंत चौधरी की जीत हुई थी, लेकिन 2014 के चुनाव में जयंत चौधरी मथुरा से हेमा मालिनी के खिलाफ चुनाव लड़े थे, इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 


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