UP Election 2022: सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा लेकर गोरखपुर पहुंचे प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने केन्‍द्र और बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि बीजेपी ने जो वायदे किए थे, जनता से किए गए एक भी वायदे पूरे नहीं हुए. उन्‍होंने कहा कि कालाधन वापस नहीं ला पाए. नोटबंदी और जीएसटी से जनता को कोई फायदा नहीं हुआ. बीजेपी के शासनकाल में महंगाई चरम पर पहुंच गई है. शिवपाल ने कहा कि बीजेपी को हटाने के लिए किसी भी तरह का समझौता कर सकते हैं. अखिलेश यादव कहेंगे, तो सपा से गठबंधन ही नहीं, बल्कि विलय को भी तैयार हैं.


प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह का मंच पर पदाधिकारियों ने चांदी का मुकुट पहनाकर स्‍वागत किया. कार्यकताओं ने 80 हजार रुपए के सिक्‍कों से तुलादान भी किया. शिवपाल ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन रथ कृष्ण जी की जन्मभूमि से शुरू होकर बाबा गोरखनाथ की धरती पर आ गए हैं तो परिवर्तन तो होना ही है. उन्होंने आरोप लगाया कि भगवान राम और गंगा की कसम खानेवाली पार्टी के शासनकाल में गंगा आज भी मैली है. उन्होंने काला धन लाने के वादे की बीजेपी को याद दिलाई. 15-15 लाख रुपए खाते में डालने की बात कहनेवाली पार्टी ने झूठ बोला था. भ्रष्टाचार खत्म करने के दावे पर उन्होंने बीजेपी को घेरा. उन्होंने पूछा कि बताइये भ्रष्टाचार बढ़ा है या घटा है. बगैर रिश्वत लिए कोई काम होता है? 


शिवपाल ने कहा कि पहले जिलाध्यक्ष और पदाधिकारियों की बात अधिकारी सुनते थे. आज बीजेपी के पदाधिकारी और एमएलए-एमपी की बात नहीं सुनी जाती. उद्योगपति अडानी-अंबानी को सिर्फ फायदा हुआ है. रेलवे से लेकर अन्य सरकारी सेक्टर का निजीकरण कर रहे हैं. अब किसानों की जमीन भी उद्योगपतियों को देना चाहते हैं. किसानों की जमीन पूंजीपतियों के पास चली जायेगी. कोरोना काल में कितने लोग बेरोजगार हुए. नोटबन्दी और जीएसटी पर कहा कि उससे उद्योगपतियों और बीजेपी के बड़े नेताओं को फायदा हुआ है. उन्होंने 2012 में मंत्री रहते हुए विकास को गिनाया. गोरखपुर, संतकबीर नगर, देवरिया, बलिया आजमगढ़ में पुल बनवाये.


उन्होंने वादा किया कि सरकार बनने पर 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे, गन्ने का भुगतान ब्याज के साथ करेंगे, एक परिवार के बेटे-बेटी को नौकरी देंगे. नौकरी नहीं दे पाने पर 5 लाख रूपए सरकार की तरफ से मिलेंगे. बीजेपी की सरकार ने कोई भी वादा पूरा नहीं किया. बहुत से मकानों पर बुलडोजर चल गया. कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या हो गई. परसों एक व्यापारी की हत्या हो गई. दिनदहाड़े परिवार लुट गया. अरुण वाल्मीकि सफाई कर्मचारी था. बताया टोटी में आत्महत्या कर ली. पुलिस ने मारते-मारते हत्या कर दी. कासगंज में भी पुलिस ने हत्या को आत्महत्या दिखा दिया.


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