Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, फर्जी पत्रकार गैंग का भंडाफोड़, 3 आरोपी गिरफ्तार
Muzaffarnagar Crime News: मुज़फ्फरनगर पुलिस ने फर्जी पत्रकार गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ़्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने कई संस्थानों के ID Card बरामद किए हैं.
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर पुलिस ने मंगलवार को फर्जी पत्रकार गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से पुलिस ने कई संस्थानों के फर्जी ID Card और मोबाईल फोन बरामद किया है. दरअसल कुछ दिन पूर्व नगर कोतवाली क्षेत्र निवासी एक पीड़ित महिला ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर ये शिकायत की थी कि कुछ लोगो ने फर्जी पत्रकार बनकर काम कराने की एवेज में उससे अवैध उघाई की थी.
जिसके बाद मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक यादव के निर्देशन पर इस मामले में तुरंत मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने इस फर्जी पत्रकार गैंग के तीन सदस्य शारिक,निसार और सरताज अहमद को गिरफ्तार कर उनके पास से कई संस्थानों के फर्जी आईडी कार्ड और उघाई में ईस्तेमाल किये वाले मोबाईल फोन भी बरामद किये गए हैं. जानकारी के मुताबिक इस गैंग के दो सदस्य अभी पुलिस गिरफ़्त से बाहर है जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
पुलिस ने तीन आरोपी को किया गिरफ्तार
आपको बता दें कि गिरफ्त में आये इन फर्जी पत्रकारों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि ये लोग अधिकारियो के कार्यालयों पर खड़े रहते थे और जब वहां कोई पीड़ित अधिकारियो से किसी मामले में शिकायत करने आता था तो ये लोग फर्जी पत्रकार बन उनका काम कराने की एवेज में अवैध उघाई किया करते थे. बहराल पुलिस इन फर्जी पत्रकारों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है.
एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि थाना कोतवाली पुलिस ने कुछ फर्जी पत्रकार को गिरफ्तार किया है. इस केस में पीड़ित महिला से ये लोग पत्रकार बनके मिले थे और कहा था कि हम आपका फैसला करवा देंगे. इस संबंध में उनसे कुछ पैसे भी लिए गए थे. बाद में महिला के शिकायत के आधार पर इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया, जिसके बाद इसकी जांच की गई तो पता चला कि ये सारे तथ्य सही हैं और ये सभी फर्जी पत्रकार हैं.
अभी तक इस मामले में तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं. दो व्यक्ति और हैं जो इनके साथी हैं उनको भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इनके पास से पांच फर्जी आईडी मिली है जो अलग अलग न्यूज चैनल और अखबारों की हैं. साथ ही दो मोबाइल फोन जिसका यूज करते थे. ये भी निकल कर सामने आया है कि ये लोगों को पुलिस सब इंस्पेक्टर बनकर फोन पर डराते थे और मुकदमे का डर दिखाते हुए पैसे मांगते थे.
यह भी पढ़ें: