रामायण और श्री राम से मैनेजमेंट सीखेंगे IIM स्टूडेंट्स
देश के टॉप मैनेजमेंट संस्थानों में शामिल इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (IIM) लखनऊ में भावी प्रबंधक 'रामायण' और 'प्रभु श्री राम' से मैनेजमेंट के गुर सीखेंगे।
शैलेश अरोड़ा। देश के टॉप मैनेजमेंट संस्थानों में शामिल इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (IIM) लखनऊ में भावी प्रबंधक 'रामायण' और 'प्रभु श्री राम' से मैनेजमेंट के गुर सीखेंगे। संस्थान के वार्षिकोत्सव 'मन्फेस्ट वर्चस्व' में इस बार रामायण पर थिएटर होगा तो प्रभु श्री राम पर क्विज कांटेस्ट। ये आयोजन प्रदेश के संस्कृति विभाग और अयोध्या शोध संस्थान के सहयोग से होंगे। फेस्ट का आयोजन 15 से 17 नवंबर तक होगा।
रामायण पर थिएटर, श्री राम पर ऑनलाइन क्विज जानकारों की माने तो ये पहला मौका होगा जब संस्थान के इतने बड़े फेस्ट में रामायण से मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाया जायेगा। संस्कृति विभाग और अयोध्या शोध संस्थान की स्पोंसरशिप से यहाँ दोनों इवेंट कराये जायेंगे। रामायण पर थिएटर कम्पटीशन कराया जायेगा। वहीँ श्री राम पर ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता। अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक वाईपी सिंह ने बताया की फेस्ट के दौरान संस्कृति विभाग रामायण की ब्रांडिंग भी करेगा। जिसमे विश्व के विभिन्न हिस्सों की रामायण की झलक दिखेगी।
IIM में CM योगी और उनके मंत्रियों ने ली थी मैनेजमेंट की क्लास असल में ये इवेंट इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि हाल ही में सीएम योगी और उनके मंत्रियों ने इसी IIM में 3 दिन मैनेजमेंट के गुर सीखे थे। ये क्लास 8, 15 और 22 सितम्बर को हुई थी। इसमें मुख्यमंत्री, मंत्रियों के साथ ही अधिकारी भी शामिल हुए थे। और अब यहाँ रामायण से जुड़ा इवेंट होने वाला है।
धार्मिक इवेंट नहीं, रामायण में देखेंगे मैनेजमेंट पहलू हालांकि IIM अथॉरिटीज का साफ़ कहना है की ये कोई धार्मिक या आध्यात्मिक इवेंट नहीं है। IIM स्टूडेंट्स हर क्षेत्र में मैनेजमेंट के पहलू को देखते हैं। इसी के तहत रामायण पर भी थिएटर कम्पटीशन हो रहा है। इसमें भी सिर्फ मैनेजमेंट पहलू देखे जायेंगे। मालूम हो की IIM लखनऊ के इस फेस्ट में देश भर के IIM समेत अन्य संस्थानों के हज़ारों छात्र छात्राएं हिस्सा लेते हैं। राजनेताओं से लेकर बॉलीवुड की हस्तियां, टॉप इंदुस्ट्रिअलिस्ट, मैनेजर, एंटरप्रेन्योर इसमें आते हैं।
'श्री राम' से मैनेजमेंट में सीखने के लिए बहुत कुछ अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक वाईपी सिंह कहते हैं की प्रभु श्री राम को बड़े मैनेजमेंट गुरु की तरह देख सकते हैं। जब राम रावण युद्ध हुआ तो वो अवध या जनकपुर से सेना नहीं ले गए। वहीं मैनेजमेंट कर सेना तैयार की। न वेतन, न वर्दी, न आर्म्स और उस सेना से विजय हासिल की। कैलिफ़ोर्निया के एक स्कूल में 42 वर्षों से रामलीला होती है। हमारे यहां श्री राम का नाम आते ही धार्मिक रूप से देखते। जबकि उन्हें सांस्कृतिक रूप से भी देखना जरुरी है। निदेशक वाईपी सिंह के अनुसार जब प्रतियोगिता होगी तो छात्र छात्राएं, युवा राम के चरित्र और आदर्श को जानेंगे। राम जी ने कभी ना नहीं कहा चाहे गुरु हो या परिजन।