IIT कानपुर ने तैयार किया CSJMU लिए खास प्रोग्राम, कुलपति बोले- 'कोर्स में शामिल करना अनिवार्य'
Kanpur University: सीएसजेएमयू के छात्रों को अब सुरक्षा से लैस करने की पूरी रणनीति विश्वविद्यालय प्रबंधन ने तैयार कर ली है. इसके तहत आईआईटी की मदद ली गई है, जिसने एक खास प्रोग्राम तैयार किया है.
UP News: आधुनिकता के दौर में जहां देश तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है, तो वहीं इसका एक प्रमुख कारण नई नई तकनीक है, लेकिन इसी तकनीक का सहारा लेकर कुछ लोग इसे दूसरे लोगों को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं, जिस तरह हर चीज अब डिजिटल होती जा रही है फिर चाहे पैसों का लेन देन हो, पढ़ाई हो लेकिन इसी सब के बीच ऑनलाइन सुविधाओं में सेंध भी की जा रही है.
जिससे बचने के लिए साइबर सिक्योरिटी से इन सब सेंधमारी को रोका जा रहा है, जिसके चलते अब कानपुर विश्वविद्यालय के विचारों को भी साइबर सुरक्षा से लैस किया जाएगा,जिसकी कमान सीएसजेएमयू प्रबंधन ने ले ली है और साइबर सुरक्षा की जानकारी कानपुर आईआईटी की ओर से प्रोग्राम मॉड्यूल तैयार किया गया है.
आईआईटी कानपुर की ली गई मदद
सीएसजेएमयू के छात्रों को अब सुरक्षा से लैस करने की पूरी रणनीति विश्वविद्यालय प्रबंधन ने तैयार कर ली है. इसके तहत आईआईटी की मदद ली गई है. जिसने इस प्रोग्राम का मॉड्यूल तैयार किया है. जिसे c3i hub से तैयार किया गया है, जो चारों को साइबर सुरक्षा से जुड़ी तमाम तकनीक और जानकारियों से लैस करेगा, जिससे साइबर से जुड़े मामलों की छात्र जानकारी रख सकें और आस पास होने वाले साइबर क्राइम या घटनाओं से खुद और दूसरों को बचाने के साथ जागरूक भी कर सकें.
वहीं स्कूल प्रबंधन ने इस साइबर सुरक्षा से जुड़े प्रोग्राम को कोर्स में शामिल करना अनिवार्य कर दिया है, जिसे स्नातक के सभी छात्र छात्राएं जरूर पढ़ेंगे और इसमें पास होने भी सभी के लिए आवश्यक भी है. आम वाली 10 अगस्त से ये पाठ्यक्रम छात्रों के कंप्यूटर ,लैपटॉप, टैबलेट, आदि में शुरू हो जाएगा.
नॉन टेक्निकल छात्र भी आसानी से समझ जाएंगे
आईआईटी कानपुर के c3i hub से तैयार किए गए इस पाठ्यक्रम के ट्रेनर के रूप में आनंद हांडा और डॉक्टर नेहा होंगी और इस पाठ्यक्रम की सबसे खास बात ये है कि इसे हिंदी मीडियम छात्रों को नजर में रखकर तैयार किया गया है, जिसे टेक्निकल और नॉन टेक्निकल छात्र भी समझ सकेंगे.
क्या बोले सीएसजेएमयू के कुलपति?
इस नई व्यवस्था को लेकर सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि इस पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध महाविद्यालयों के छात्रों को सुरक्षा की जानकारी से लैस किया जाएगा. विश्वविद्यालय की इस पहल से आने वाले समय में परिसर और सम्बद्ध महाविद्यालय में पढ़ाई करने वाले सभी छात्र साइबर की बारीकियों के जानकार हो जायेंगे.
वहीं साइबर सिक्योरिटी का ये 3 क्रेडिट वाला कोर्स बीए, बीएससी,बीकॉम, एलएलबी,और बीएजेएमसी में स्नातक करने वाले छात्रों को पढ़ना अनिवार्य होगा. वहीं इस प्रोग्राम को छात्रों के कोर्स में वोकेशनल प्रोग्राम के रूम में परीक्षा में शामिल भी किया जाएगा, जिसमें सभी को पास होना भी अनिवार्य है.
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