बुलंदशहर, एबीपी गंगा। खनन घोटाले में फंसे बुलंदशहर के पूर्व डीएम अभय सिंह की पत्नी माधवी अब उनके बचाव में उतर आई हैं। सीबीआई रेड मामले और उनको पद से हटाए जाने के बाद माधवी सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि सच कभी पराजित नहीं होती। उन्होंने लिखा, 'मुझे फक्र है कि मैं ऐसे इंसान की पत्नी हूं, जिसके दुःखी होने पर हजारों लोग दुःखी होते हैं।'



माधवी ने मीडिया की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए


वहीं, माधवी ने मीडिया की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। माधवी ने लिखा कि जो पैसा हमारे यहां निकला, उसका विवरण विधिसम्मत मेरे पति ने सीबीआई को उपलब्ध कराया, लेकिन जिस तरह मीडिया ने चलाया उसे देखकर कोई भी प्रथम दृष्टया में IAS को लुटेरा ही समझेगा। माधवी आगे लिखती हैं कि मेरे पति एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उस हिसाब से धनराशि इतनी भी बड़ी नहीं थी। माधवी ने लिखा कि टीआरपी के लिए भ्रामक न्यूज ना चलाएं, अगर सीबीआई कहे कि मेरे पति संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए तो फिर खूब शौक से चलाएं।



सीबीआई छापेमारी में 47 लाख रुपये हुए बरामद


बता दें कि नियमों की अनदेखी कर अवैध खनन पट्टे बांटने के मामले में सीबीआई ने बुधवार को बुलंदशहर के तत्कालीन डीएम आईएएस अभय सिंह के आवास पर छापा मारा था। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान सीबीआई ने डीएम आवास से 47 लाख रुपये बरामद किए। इन नोटों को गिनने के लिए मशीन मंगवानी पड़ी थी। वहीं, सीबीआई की इस कार्रवाई के बाद योगी सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए अभय सिंह को पद से हटा दिया और उनकी जगह रवींद्र कुमार को बुलंदशहर का नया डीएम नियुक्त किया।



क्यों अभय सिंह का नाम उछला




  • दरअसल, अखिलेश यादव सरकार में अभय सिंह फतेहपुर के डीएम थे।

  • आरोप है कि इस दौरान उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से खनने पट्टे किए।

  • इतना ही नहीं, हाईकोर्ट की रोक के बावजूद लोगों को अवैध खनन की रेवड़ी बांटी गईं।

  • अभय सिंह मूल रूप से प्रतापगढ़ के निवासी हैं।

  • अभी पांच महीने पहले ही उन्हें बुलंदशहर का डीएम नियुक्त किया गया था।