Shardiya Navratri 2023: देशभर में आज 24 अक्टूबर को विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. शारदीय नवरात्र के बाद अब दुर्गा की मूर्तियों को विसर्जित करने की तैयारी शुरू हो चुकी है. वाराणसी जिला प्रशासन ने 12 कुंडों को चिह्नित किया है. कुंडों में ईश्वरीगंगा, संकुलधारा, मंदाकिनी, लक्ष्मी, लक्शा, पहाड़िया तालाब, गणेशपुर तालाब, मछोदरी, भिखारीपुर, पोखरा, लहरतारा तालाब और खड़गपुर तालाब शामिल हैं. नगर निगम संबंधित कुंडों पर मूर्ति विसर्जन की व्यवस्था करने में लगा है.
NGT की गाइडलाइन के अनुसार मूर्तियों का विसर्जन
कमिश्नरेट पुलिस विसर्जन के दिन ट्रैफिक की तैयारियों में लगी हुई है. घाटों पर एनडीआरएफ के जवान और नावों की तैनाती रहेगी. मूर्तियों को विसर्जित नगर निगम की देखरेख में की जाएगी. दुर्गा पूजा आयोजकों को एनजीटी की गाइडलाइन का पालन करना होगा. पूजन सामग्री और अघुलनशील पदार्थों को कुंड में डालना वर्जित रहेगा. पूजा समितियों की परेशानियों का खास ध्यान रखा गया है. अलग-अलग जगहों पर नगर निगम के कर्मचारियों की तैनाती रहेगी.
12 कुंडों की दुर्गा पूजा समितियों को दी गई जानकारी
शहर में 11 कुंड के साथ-साथ 1 कृत्रिम कुंड का निर्माण कराया गया है. मूर्तियों का विसर्जन एनजीटी की गाइडलाइन के अनुरूप होगा. नगर निगम की तरफ से दुर्गा पूजा समितियों को जानकारी दे दी गई है. सभी कुंडों की साफ-सफाई और पानी की व्यवस्था की जा रही है.
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि तैयारियां अंतिम चरण में हैं. विसर्जन के दिन सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था रहेगी. अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में जवानों की ड्यूटी लगाई गई है. बता दें कि आसपास के जनपदों से बड़ी संख्या में मूर्तियों को विसर्जित करने के लिए बनारस लाया जाता है.
UP News: दीपावली पर सरकारी कर्मचारियों की होगी बल्ले-बल्ले! योगी सरकार दे सकती है बड़ा गिफ्ट