(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Top Ten News लॉक डाउन में सशर्त छूट के साथ आज से शुरू होंगी जरूरी सेवाएं....पढ़ें आज की दस बड़ी खबरें
कोरोना वायरस के संक्रमण का दुष्प्रभाव पूरा देश झेल रहा है। लॉक डाउन का दूसरा चरण 15 अप्रैल से शुरू हो चुका है। आज से रियायतों के साथ जरूरी सेवाओं को जारी रखने का फैसला किया गया है। पढ़ें 20 अप्रैल की दस बड़ी खबरें जिन पर बनी रहेगी हमारी नजर
1- प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 हमला करने से पहले जाति, धर्म, रंग, जाति, पंथ, भाषा या सीमा नहीं देखता। हमारी प्रतिक्रिया और हमारा व्यवहार एकता और भाईचारे के रूप में उभरना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संकट की घड़ी में हम सब साथ हैं। सोशल मीडिया लिंक्डइन पर शेयर किए अपने आर्टिकल में पीएम मोदी ने कहा कि युवा ऊर्जा से लबालब भारत कोविड-19 के बाद की दुनिया को यह नया मॉडल देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना संकट से यह अहसास हो गया है कि दुनिया को नए बिजनस मॉडल्स की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के महासंकट ने कितना कुछ बदल दिया है। किसी ने जो सोचा नहीं होगा, वैसी परिस्थितियां पैदा हो गई हैं। उन्होंने लिखा, 'युवा ऊर्जा से लबालब भारत दुनिया को एक नई कार्य संस्कृति दे सकता है क्योंकि यह राष्ट्र अपने नवोन्मेषी विचारों के प्रति उत्साह के लिए मशहूर है।'
2- आज से सरकार की नई गाइडलाइन्स के तहत लॉक डाउन में काम शुरू होगा इसके तहत केंद्र सरकार की तरफ से 16 अप्रैल को कुछ गाइडलाइन जारी की गई थी। यह भी साफ किया गया है कि राज्य सरकार अपने-अपने इलाकों में जरूरत के हिसाब से निर्णय ले सकेंगी हॉटस्पॉट इलाकों में यह गाइडलाइन प्रभावी नहीं होंगी। कृषि क्षेत्रों से जुड़े कार्य चालू रहेंगे, बढ़ई, इलेक्ट्रीशियन, प्राइवेट गार्ड, किसानों से जुड़े हर तरीके के काम, आनलाइन जरूरी सामान डिलेवरी हो सकेगी। पहले छूट के दायरे में जरूरी सेवाएं ही थीं लेकिन अब छोटे उद्योग, छोटे काम से जुड़े लोग, छोटी दुकानें और आम जरूरत से जुड़े व्यवसायिक संस्थान शामिल हैं। ग्रामीण इलाकों का खास खयाल रखा गया है इसीलिए वहां मनरेगा, कंसट्रक्शन, छोटी प्रोडक्शन यूनिट, ईंट बनाने का काम, जरूरत से जुड़ी दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। ग्रामीण इलाकों में फैक्ट्रियों के भी खोलने की अनुमति दी गई है। ईट भट्टों के संचालन, छोटी पैकिंग यूनिट, छोटी फूड प्रोसेसिंग। कर्मचारियों से काम की आड़ में कोरोना वायरस खतरे के मापदंडों का उल्लंघन न हो इसके लिए खास नियम बनाए गए हैं, ये नियम फैक्ट्री और वर्क प्लेस के लिए हैं इसका पालन न होने की सूरत में सजा का प्रावधान है।
3- देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 15712 हो गई है और 507 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एक दिन में 1334 नए मामले आए हैं एक दिन में। भारत में ठीक होने वाली मरीज़ों का प्रतिशत 14.19% है। 23 राज्य में ऐसे क़ई सूबे हैं जहां बीते दस दिनों में कोई केस नया नहीं आया है। नीति आयोग और आईसीएमआर, डीआरडीओ, सीएसआईआर समेत कई संगठनों के साथ एक नया टास्क फोर्स बनाया गया है जो कोविड 19 के टीके, दवाओं और दीर्घकालिक उपचार पद्धति पर काम करेगा। 70 अलग अलग समूह टीके के विकास में लगे हैं। 5 समूह ह्यूमन फेज़ में आ रहे हैं। उम्मीद है कि छह महीने में यह इसके नतीजे मिलने लगेंगे।
4- सरकार ने लॉकडाउन के दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा गैर-आवश्यक वस्तुओं की बिक्री पर रोक लगा दी है। 20 अप्रैल से ई-कॉमर्स कंपनियों को मोबाइल फोन, रेफ्रिजरेटर और सिलेसिलाए परिधानों आदि की बिक्री की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब इस छूट को वापस ले लिया गया है। लॉकडाउन तीन मई तक लागू है। इससे पहले के आदेश में कहा गया था कि ई-कॉमर्स कंपनियां 20 अप्रैल यानि आज से इन उत्पादों की बिक्री कर सकेंगी। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने रविवार को इस बारे में आदेश जारी किया।
5- मजदूरों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि मजदूर एक राज्य से दूसरे राज्य में नहीं जा सकते। माइग्रेंट लेबर यानी दिहाड़ी मजदूर को बड़ी राहत, लॉक डाउन के दूसरे चरण में जिन कामों में रियायत दी गई है उसमें उसका इस्तेमाल किया जा सकता है अगर राज्य सरकार को उचित लगता है तो। लेकिन यह काम कुछ शर्तों के साथ होगा, इनके स्वास्थ्य की पूरी जांच होनी चाहिए, प्रदेश के बाहर इनका मूवमेंट नहीं होना चाहिए, और इनका स्किल टेस्ट होना चाहिए।
6- देश भर के प्रवासी मज़दूरों को उनके गांव वापस भेजने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर सकता है। वकील प्रशांत भूषण के ज़रिए दाखिल याचिका में कहा गया है कि लॉकडाउन से मज़दूर परेशान हैं। उन्हें जबरन घर से दूर रखना मौलिक अधिकार का हनन। इसलिए, सरकार उन्हें कोरोना टेस्ट के बाद घर भेजे। उनके जाने की व्यवस्था करे।
7- तेजस्वी बोले पास पर गरीब और अमीर को लेकर दोहरी नीति क्यों? - बिहार में बीजेपी के विधायक ने सीएम नीतीश कुमार की बात नहीं मानी और अपनी बेटी को लाने कोटा पहुंच गए। बिहार बीजेपी के विधायक अनिल कुमार कोटा से अपनी बेटी को लेकर आ गए। इसके लिए अनिल सिंह 2500 किलोमीटर की दूरी लगातार गाड़ी से चलकर पटना से कोटा गए और वापस आ गए। 16 अप्रैल की सुबह निकले रात 12 बजे कोटा पहुंचे फिर 17 की सुबह निकले और 18 को पटना आ गए। सवाल यह है कि जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लॉकडाउन में कोटा से छात्रों को लाने का विरोध कर रहे वहीं बीजेपी के विधायक खुद पास बनवाकर अपनी बेटी को लाने पहुंच गए अनिल सिंह का कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया बल्कि ऐसे लोग जो कोटा जाना चाहते हैं उन्हें भी पास मिलनी चाहिए।
8- तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने एक बार फिर ऑडियो संदेश जारी किया है। ऑडियो संदेश में मौलाना साद ने महामारी से निबटने के मद्देनजर तब्लीग से जुड़े लोगों को सरकार का सहयोग करने की अपील की है। मौलाना साद ने कहा कि बीमारी का इलाज जरूरी है। जरुरतमन्दों की मदद करें, भाईचारे से रहें। गौरतलब है कि पिछले महीने निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में एक कार्यक्रम हुआ था। इसमें शामिल जमात के कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद हड़कंप मच गया था और मौलाना साद और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
9- यूपी में अब तक कोरोना वायरस के 1100 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं। यूपी के कुल 1100 कोरोना पॉजिटिव में 781 तब्लीगी जमात या उनके संपर्क के लोग शामिल है। कुल 1100 में 956 अब भी अस्पताल में भर्ती जबकि 127 संक्रमण मुक्त होने के बाद डिस्चार्ज और 17 की मौत हो चुकी है। प्रदेश के 75 जिलों में 50 कोरोना की चपेट में हैं। आज फिर यूपी में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 125 नए केस सामने आये हैं। कोरोना पॉजिटिव के सर्वाधिक 240 मामले आगरा में...लखनऊ में 165, नोएडा में 95, मेरठ में 74 कोरोना पॉजिटिव हैं।
10- उत्तराखंड में रविवार शाम को दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। राज्य में अभी तक मरीजों की संख्या 44 हो गयी है। मामले बढ़ने के पीछे तब्लीगी जमात की भूमिका सामने आयी है। उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल और हरिद्वार को किया गया रेड जोन घोषित।