Imran Masood News: इमरान मसूद को BSP ने क्यों निकाला? सामने आई ये बड़ी वजह
बयान के अनुसार BSP एक अनुशासित पार्टी है और अनुशासनहीनता और दबाव की राजनीति को कतई बर्दाश्त नहीं करती इसी वजह से इमरान मसूद को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
UP Politics: सहारनपुर से पूर्व विधायक इमरान मसूद को मंगलवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बहुजन समाज पार्टी (BSP) से निष्कासित कर दिया गया. माना जा रहा है कि इमरान मसूद को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दिए एक बयान की वजह से निकाला गया.
BSP की सहारनपुर इकाई द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक मसूद को पूर्व में ‘‘अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियां’’ करने पर कई बार चेतावनी दी गई थी लेकिन इसके बावजूद सुधार नहीं होने पर उन्हें BSP से निष्कासित कर दिया गया है.
उधर सहारनपुर से मिली खबर के अनुसार निष्कासन के बाद इमरान मसूद ने पत्रकारों से कहा,‘‘मुझे BSP सुप्रीमो ने पार्टी मे शामिल किया था, जिला अध्यक्ष को निष्कासन का अधिकार कैसे हो सकता है?’’ उन्होंने कहा कि वे अपने कार्यकर्ताओ से इस मामले मे विचार विमर्श करेंगे.
UP Weather: सावन की विदाई के साथ ही प्रदेश में बारिश पर लगा ब्रेक, उमस भरी गर्मी ने किया परेशान
BSP की सहारनपुर इकाई की ओर से जारी बयान के मुताबिक मसूद को जब BSP में शामिल किया गया था तब उनसे कहा गया था कि पार्टी के प्रति ईमानदार कार्यशैली और गतिविधियों के आधार पर ही उन्हें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सहारनपुर सीट से टिकट दिया जाएगा.
पार्टी के कहा कि उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय के चुनाव में मसूद ने सहारनपुर के महापौर पद के लिए अपने परिवार के सदस्य को टिकट देने का दबाव बनाया. उस वक्त उन्हें इस शर्त पर टिकट दिया गया कि अगर उनका उम्मीदवार चुनाव हार जाता है तो उन्हें लोकसभा का टिकट नहीं दिया जाएगा.
बिना सदस्य बनाये ही ज्यादातर पुस्तिकाएं वापस कर दीं
बयान के मुताबिक चुनाव में मसूद के परिवार का उम्मीदवार सदस्य हार गया. उसके बाद मसूद से कहा गया कि वह मुस्लिम समाज को BSP के साथ जोड़ें. इसके लिए उन्हें उनके अनुरोध पर सदस्यता पुस्तिकाएं दी गई मगर समय निकल जाने के बाद उन्होंने बिना सदस्य बनाये ही ज्यादातर पुस्तिकाएं वापस कर दीं.
बयान के अनुसार BSP एक अनुशासित पार्टी है और अनुशासनहीनता और दबाव की राजनीति को कतई बर्दाश्त नहीं करती इसी वजह से इमरान मसूद को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
गौरतलब है कि मसूद ने हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की प्रशंसा की थी, जिसके बाद ऐसी अटकलें लगायी जा रही थीं कि वह लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में जा सकते हैं. पूर्व केन्द्रीय मंत्री रशीद मसूद के भतीजे और सहारनपुर की तत्कालीन मुजफ्फ्फराबाद (अब बेहट) सीट से पूर्व विधायक इमरान मसूद का नाम पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अहम मुस्लिम नेताओं में शुमार किया जाता है.
वह 2014 और 2019 में सहारनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. उन्हें मार्च 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तत्कालीन प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी को कथित तौर पर ‘बोटी-बोटी काट देने’ का विवादित बयान देने पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
इमरान मसूद ने विधानसभा चुनावों से ठीक पहले जनवरी 2022 में कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हो गये थे लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद सितंबर 2022 में वह BSP में चले गये थे.