अलीगढ़, एबीपी गंगा। अलीगढ़ में  पुलिस की मौजूदगी में महिला मोहनलाल गौतम अस्पताल के अंदर इलाज के लिए आई इस महिला के हाथों के जख्मों को देखिये। यह जख्म किसी और ने नहीं, बल्कि अलीगढ़ के एसएसपी कार्यालय में तैनात उसके सिपाही पति ने दिए हैं। इसके सिपाही पति ने वर्दी का रौब दिखाते हुए अपनी ही पत्नी के ऊपर ब्लेड से वार किया, इसके बाद हैवानियत की हदें पार करते हुए गले पर दुपट्टा लपेटकर उसे मौत के घाट उतारने की भी कोशिश की।



पीड़िता का आरोप है कि सिपाही पति उसे तीन तलाक देने पर उतारू है। उसने बताया कि उसका पति कोरोना वायरस और लॉकडाउन की धमकी देते हुए कहता है कि इस वक्त देश महामारी से ग्रस्त है, मैं तेरी हत्या करने के बाद उसको कोरोना वायरस के चलते मौत की पुष्टि बता दूंगा। मैं एक सिपाही हूं और उसके बाद मेरा कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अब यह महिला अपने सिपाही पति के खिलाफ अपनी शिकायत लेकर अलीगढ़ के महिला थाने पहुंची। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।



मेरठ की रहने वाली फेमी की शादी आज से करीब 2 वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात असलम रिजवी के साथ हुई थी, जो अब अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन क्षेत्र के सर सैयद नगर में रह रहे हैं। असलम अलीगढ़ के एसएसपी कार्यालय पर तैनात है। फेमी का आरोप है कि सिपाही पति असलम उसके साथ आए दिन मारपीट कर तीन तलाक देते हुए घर से निकल जाने के लिए कहता है। दहेज में फ्लैट की मांग करता है। पीड़ित पत्नी ने अपने पति असलम रिजवी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उसके पति के नाजायज संबंध किसी दूसरी महिला के साथ भी हैं।



इसी दौरान जब फैमी प्रेग्नेंट थी, तो उसके सिपाही पति को जब इस बात का पता चला तो उसने अपनी पत्नी कि चाय में गर्भपात की दवाई दे दी। जिसके बाद फेमी के पेट में पल रहा एक माह का गर्भ गिर गया। पति ने उसको मारपीट कर तीन तलाक देते हुए यह कहकर घर से निकाल दिया कि अब तू मेरी तरफ से आजाद है, जहां जाना चाहे, वहां जा सकती है। सिपाही असलम रिजवी ने पत्नी को धमकी देते हुए कहा कि इस वक्त देश के अंदर लॉकडाउन चल रहा है और इसी लॉकडाउन में पत्नी को मौत के घाट उतारने की बात कही।

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