अयोध्या: लॉकडाउन के दौरान डबल मर्डर कांड से अयोध्या में दहशत फैल गई है. जहां एक मकान के विवाद को लेकर हो रही पंचायत के दौरान मौजूदा प्रधान और बीजेपी नेता जय प्रकाश सिंह और उनके साथ पंचायत चुनाव में उम्मीदवार रहे राम पदारथ यादव के बीच कहासुनी हो गई. देखते ही देखते ये कहासुनी खूनी संघर्ष में बदल गई. दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर गोली चली. जिसमें राम पदारथ यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि घायल प्रधान जयप्रकाश सिंह को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई है.  ये घटना थाना इनायत नगर क्षेत्र के पलिया प्रताप शाह गांव की है.



सांसद लल्लू सिंह का करीबी था मृतक प्रधान

इस पूरे मामले में इनायत नगर थाने के हैरिंगटन गंज चौकी इंचार्ज राजेश यादव की लापरवाही सामने आ रही है. बीजेपी जिला अध्यक्ष ने चौकी इंचार्ज राजेश यादव पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मौके पर पहुंचकर एसएसपी आशीष तिवारी घटनास्थल का जायजा लिया और घटना की प्रारंभिक जांच की. बताया जाता है कि मृतक प्रधान जयप्रकाश सिंह सांसद लल्लू सिंह का करीबी था, क्योंकि घटना की जानकारी होने पर सांसद लल्लू सिंह भी मौके पर पहुंचे थे.


चौकी इंचार्ज राजेश यादव निलंबित

घटना के बारे में एसएसपी आशीष कुमार ने बताया कि प्रधानी के चुनाव के समय से ही दोनों मृतकों के बीच पुरानी दुश्मनी चली आ रही थी. सोमवार को गांव में मकान के विवाद को लेकर पंचायत बैठी. जिसमें दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो गया. दोनों गुटाें के बीच फायरिंग होने लगी. जिसमें जय प्रकाश सिंह और उनके पुराने प्रतिद्वंद्वी राम पदारथ यादव दोनों की ही गोली लगने से मौत हो गई. मामले की जांच की जा रही है. केस दर्ज कर लिया गया है और दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. एसएसपी ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप के चलते चौकी इंचार्ज राजेश यादव को निलंबित कर दिया गया है.



वहीं, बीजेपी जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने भी चौकी इंचार्ज पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि गांव में मकान के निर्माण को लेकर विवाद चल रहा था, जिसमें चौकी इंचार्ज ने कोई कार्रवाई नहीं की. जिस कारण ये विवाद हत्या में तब्दील हो गया.


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