Badaun News: बदायूं जिले के बिल्सी तहसील क्षेत्र के एक गांव में अनोखा मामला सामने आया है. यहां पर आधार कार्ड बनाने वाले किस तरह से लापरवाही और मनमानी करते हैं यह साफ नजर आया. एक व्यक्ति अपने बच्चे का एडमिशन कराने प्राथमिक विद्यालय पहुंचा तो शिक्षका ने उसका एडमिशन करने से इंकार कर दिया. क्योंकि आधार कार्ड पर बच्चे के नाम के स्थान पर 'मधु का पांचवा बच्चा' लिखा था.
आधार पर 'आरती' की जगह 'मधु का पांचवा बच्चा' लिखा' है
शिक्षिका ने छात्रा 'आरती' के पिता दिनेश को आधार कार्ड को संशोधित कराने के बाद ही बच्चे का एडमिशन करने की बात कही है. 'मधु का पांचवा बच्चा' लिखा आधार कार्ड सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है. दरअसल, बिल्सी तहसील के रायपुर गांव के रहने वाले दिनेश के 5 बच्चे हैं. उनके तीन बच्चे गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं. दिनेश अपनी चौथी बेटी आरती का एडमिशन कराने विद्यालय पहुंचे तो वहां मौजूद शिक्षिका एकता वार्ष्णेय ने नामांकन की सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए जब बच्ची का आधार कार्ड देखा तो हैरान रह गईं.
ऐसी गलतियों को नजरअंदाज ना करें
छात्रा का नाम आरती है. लेकिन लापरवाही की वजह से आधार कार्ड में आरती के नाम की जगह पर 'मधु का पांचवा बच्चा' लिखा हुआ है. इसके साथ ही साथ आधार कार्ड पर आधार नंबर भी नहीं लिखा है. शिक्षिका ने आरती के पिता दिनेश से आधार कार्ड में नाम संशोधन कराकर लाने के बाद ही एडमिशन करने की बात कही है. साथ ही और लोगों से अपील की है इस तरह की गलतियों को नजरअंदाज ना करें, समय रहते इनका संशोधन करा लें. उल्लेखनीय है कि मधु दिनेश की पत्नी है जिसके 5 बच्चे हैं.
बदायूं की जिलाधिकारी दीपा रंजन ने इस मामले पर बताया कि आधार कार्ड बैंक और डाक घर में बनाए जा रहे हैं. यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. अगर ऐसा हुआ है तो यह घोर लापरवाही है. बैंक और डाकघर के अधिकारियों को सतर्क किया जाएगा और इस तरह की लापरवाही करने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी.
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