कानपुर, प्रभात अवस्थी। वैसे तो लोग बारात में जाने को लेकर बहुत उत्सुक रहते है, लेकिन कानपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां बारात लेकर गए लोग अब वापस आने के लिए भगवान से दुआ कर रहे है। वजह है लॉकडाउन। दरअसल, कानपुर से 48 दिन पहले बारात बिहार गई थी और इसी बीच में लॉकडाउन हो जाने की वजह से बारात वहीं फंस गई। अब जो बाराती बारात लेकर कानपुर से गये थे, उनके घर वाले रोज लड़के के घर वालों से पूछते हैं कि बारात कब वापस आएगी।


वैसे तो आप ने सुना है कि अतिथि तुम कब जाओगे, लेकिन कानपुर से अतिथि बनकर गए बाराती अब खुद वापस आना चाहते है। दरअसल, कानपुर के चौबेपुर से दुल्हन को विदा कराने के लिए बारातियों के संग गया दुल्हा पिछले 48 दिनों से अपनी नई ससुराल बिहार से घर नहीं लौट पाए है। और कानपुर में  बरातियों के परिजन रोज सुबह दूल्हे के घर आकर ये पता करते है कब बारात वापस आएगी और उनके लोग घर आ पाएंगे। बारातियों के परिजन लगातार प्रशासन से भी इन लोगों को वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सफलता मिलती नहीं दिख रही।



चौबेपुर के करीब नगर गांव के रहने वाले मोहम्मद इम्तियाज का रिश्ता बिहार बेगुसराय के फतेहपुर गांव में रहने वाली खुशबू के साथ तय हुआ था। लिहाजा, इम्तियाज अपने पड़ोसियों और नाते-रिश्तेदारों के साथ 20 मार्च को बारात लेकर निकले थे। 21 मार्च को इम्तियाज का निकाह खुशबू के साथ हो गया और 22 को बारात को वापस आना था, लेकिन जनता कर्फ्यू के चलते उन्हें रूकना पड़ गया। जिसके बाद लड़की वालों ने कहा कि अब विदाई  24 अप्रैल को होगी, लेकिन देश के प्रधानमंत्री ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इसी कारण कानपुर से गई एक दर्जन लोगों की बारात वही फंस गई।



कानपुर में दूल्हे के घर वाले और बारातियों के घर वाले बड़ी ही शिद्दत से लोगों के आने का इंतजार कर रहे हैं। दुल्हे की बहन आफसीन ने बताया कि 23 को बारात गांव आनी थी, लेकिन लाॅकडाउन के चलते ऐसा नहीं हो सका। घर पर सिर्फ महिलाएं हैं। पुरूष बारात के साथ जाने के कारण वहीं पर हैं। घर पर पैसे खर्च हो गए हैं और अब आसपास के लोगों से राशन मांगकर गुजारा करना पड़ रहा है। आफसीन ने बताया कि पड़ोस से जो लोग बारात में गए थे, उनके घर के लोग रोजाना पूछने आते हैं कि बारात कब लौटकर आएगी। सभी बारात का इंतजार कर रहे हैं।


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