लखनऊ में शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों ने सीएम आवास और बीजेपी कार्यालय पर किया धरना प्रदर्शन, पुलिस कार्रवाई में महिला का हाथ टूटा
लखनऊ में 69 हज़ार सहायक अध्यापक भर्ती के अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री आवास से लेकर बीजेपी कार्यालय तक धरना प्रदर्शन किया. वहीं पुलिस कार्रवाई में एक महिला अभ्यर्थी का हाथ भी टूट गया.
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लखनऊः उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को 69 हज़ार सहायक अध्यापक भर्ती के अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया गया है. बेसिक शिक्षा विभाग की 69 हज़ार सहायक अध्यापक भर्ती के अभ्यर्थियों ने आज मुख्यमंत्री आवास से लेकर बीजेपी कार्यालय तक धरना प्रदर्शन किया.
वहीं इन्हें हटाने के लिए पुलिस बल को काफी मशक्कत करनी पड़ी. अभ्यर्थियों के अनुसार जब उन्हें बीजेपी कार्यालय से जोर जबरदस्ती कर हटाया गया तो एक महिला अभ्यर्थी का हाथ भी टूट गया जिसे तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया. ये वहीं अभ्यर्थी हैं जो इस भर्ती में आरक्षण घोटाले का आरोप लगाकर पिछले 1 महीने से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
अभ्यर्थी सुबह करीब 9 बजे ही मुख्यमंत्री आवास के सामने पहुंच कर धरना प्रदर्शन करने लगे. आनन-फानन में मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा और अभ्यर्थियों को समझाकर हटाने की कोशिश की. लेकिन जब अभ्यर्थी नहीं उठे तो जोर लगाकर सभी को पुलिस की गाड़ियों में भरकर हटाया गया.
हालांकि कुछ ही देर बाद ये अभ्यर्थी बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन करने लगे. यहां से जब अभ्यर्थी उठने को तैयार नहीं हुए तो पुलिस ने बल प्रयोग किया जिसमें एक महिला अभ्यर्थी के हाथ मे चोट लगी. अभ्यर्थियों ने बताया महिला का हाथ टूट गया.
अभ्यर्थियों का कहना है कि इस मामले में बेसिक शिक्षा मंत्री और विभागीय अधिकारी मुख्यमंत्री को भी गलत आंकड़े पेश कर गुमराह कर रहे हैं. अभ्यर्थियों की मांग है कि या तो मूल चयन सूची सार्वजनिक की जाए या फिर उनको मुख्यमंत्री से मिलाया जाए जहां वह अपनी बात रख सकें.
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