Kanpur Triple Talaq Case: देश में तीन तलाक खिलाफ कानून को अमलीजाम पहनाए जाने के बाद भी इस पर लगाम लगता हुआ नजर नहीं आ रहा. ताजा मामला कानपुर देहात (Kanpur rural) का है जहां एक व्यक्ति ने अपने परिवार के दबाव में आकर पत्नी को तीन तलाक (Triple Talaq) बोलकर उससे पल्ला झाड़ लिया. इस मुस्लिम जोड़े की ढ़ाई महीने की बच्ची भी है. अब पीड़ित महिला का परिवार उसके लिए न्याय की गुहार लगा रहा है.
कानपुर देहात के सिकंदरा कस्बा के गुलफाम का निकाह 2016 में अमरौधा की यास्मिन से हुआ था लेकिन निकाह के कुछ महीने बाद ही गुलफाम के परिवार वालों ने यास्मिन को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. यास्मिन को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. जिसकी आपबीती उसने अपने मायके में सुनाई. इस पर मायके वालों ने पंचायत का सहारा लिया. उस वक्त यह मामला समझौते पर खत्म हो गया लेकिन यात्नाओं का सिलसिला खत्म नहीं हो पाया. निकाह के छह साल बाद भी यास्मिन के साथ मारपीट की जा रही थी और इसी साल 10 को यासमीन के ससुराल वालों ने उसे बुरी तरह पीटा, वहीं गुलफाम के पिता ने बेटे को कुरान की कसम देकर यास्मिन को तीन तलाक कहने के लिए मजबूर कर दिया.
उधर, यास्मिन के पिता अमीन ने पुलिस पर उनकी शिकायत न सुनने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि जब वे मामले की शिकायत करने सिकंदरा थाने पहुंचे तो वहां की पुलिस ने गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए मेरी ओर परिवार को बैरंग वापस कर दिया.
वहीं, पीड़िता ने इस रिपोर्टर से बातचीत में कहा, 'जब मेरी शादी हुई थी तभी से मेरे ससुराल वाले दहेज का दबाव बना रहे थे. मेरे साथ आए दिन मारपीट होती थी. मैंने यह बात अपने पिता को बताई. जिसके बाद हमारे पिता ने लोगों से उधार लेकर लगभग तीन लाख रुपये मेरे ससुराल वालों को दिए, लेकिन उनके ताने और मारपीट का सिलसिला बंद नहीं हुआ। 10 तारीख की रात में मेरे ससुर और ननद ने मिलकर मुझे मारा और मेरे पति को जबरदस्ती कुरान की कसम दिलाकर मुझे तलाक देने पर मजबूर कर दिया. मेरे पति ने पहले मुझे घर से बाहर किया और फिर भरे मैदान में सब लोगों के सामने मुझे तीन बार तलाक कहकर खुद से अलग कर दिया.'