रुद्रपुर, विकास कुमार: ऊधमसिंहनगर में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है, जिसमें 5 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं, लेकिन अब एक साथ कभी तीन तो कभी चार मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. जिसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उसे उपचार के लिए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जाता है, लेकिन अब लगातार जिले में बढ़ते मरीजों को देखते हुए जिला प्रसाशन रुद्रपुर में भी कोरोना मरीज के इलाज की तैयारी कर रहा है.


उधमसिंहनगर जिले में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी तैयारियां कर ली है. जिले में अब तक 23 मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है जिसमें से 5 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं लेकिन 18 मरीज अभी भी ऐसे हैं, जो कोरोना पॉजिटिव हैं, जिनका उपचार हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में किया जा रहा है.


ऊधमसिंहनगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में 1 अप्रैल को पुलिस द्वारा 13 जमातियों को पकड़ा गया था, जिसमें से तीन जमातियों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी. इसके बाद दो जमातियों को बाजपुर क्षेत्र से पकड़ा गया था, जिसमें एक जमाती की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. साथ ही, बाजपुर के एक ट्रक के परिचालक की जांच रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई थी. ट्रक का परिचालक पंजाब के गुरुग्राम से आया था. बाजपुर के बाद दो युवक रुद्रपुर में कोरोना पॉजिटिव पाए गए. ये दोनों युवक अल्मोड़ा जिले के रहने वाले थे और चोरी-छिपे ट्रक में बैठकर रुद्रपुर तक पहुंचे थे. पुलिस द्वारा ट्रक के चालक को ट्रेस करके आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था और उसका सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा था, जिसमें ट्रक चालक में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी. वहीं, दिल्ली से लौटे बाजपुर निवासी एक और युवक की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी.


तेजी के साथ बढ़ रही कोरोना पॉजिटिवों की संख्या के बीच नौ मई को एक साथ चार लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से जिले में हड़कंप मच गया. जिसमे तीन लोगों को 7 मई को यूपी बॉर्डर क्षेत्र से पुलिस ने हिरासत में लेते हुए जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा था, जबकि एक मरीज को खटीमा अस्पताल में भर्ती कराया था. दो मरीज गदरपुर और एक खटीमा का रहने वाला था, जबकि एक मरीज अल्मोड़ा का रहने वाले था. चारों लोग दिल्ली, हरियाणा, पीलीभीत और गुजरात से 7 मई को ऊधमसिंहनगर बॉर्डर पहुंचे थे. जिसके बाद तीन लोगों को जिला अस्पताल रूद्रपुर और एक को खटीमा अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था.


इतना ही नहीं, उसके बाद जसपुर क्षेत्र से भी दो मरीज कोरोना पॉजिटिव निकले. 15 मई को नई दिल्ली से रुद्रपुर पहुंची 10 वर्षीय बच्ची सहित खटीमा के दो युवकों की जांच रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई. अभी तक संक्रमितों का आंकड़ा 20 पहुंच चुका था कि मंगलवार को किच्छा के बंडिया निवासी दो भाई-बहन की जांच रिपोर्ट और मुंबई से लेते बाजपुर के बन्नाखेड़ा निवासी एक युवक की जांच रिपोर्ट ने पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े को 23 पंहुचा दिया. जिले में 23 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में 5 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं, जबकि 18 मरीज अभी भी कोरोना संक्रमित हैं. जिनका इलाज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है.



रुद्रपुर में कोरोना के इलाज की तैयारी शुरू


वहीं, लगातार जिले में बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ महकमे ने कोरोना मरीजों के उपचार की व्यवस्था रुद्रपुर स्थित निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में शुरू कर दी है. जिले के डिप्टी सीएमओ और कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. अभिनाश खन्ना ने बताया कि जिले के साथ ही कुमाऊं में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, लेकिन इसके उपचार के लिए मात्र सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में व्यवस्था की गई है. अब मरीज ज्यादा होने के बाद रुद्रपुर के मेडिकल कॉलेज में 150 बेड का अस्पताल बना दिया गया है. इसमें डॉक्टरों की नियुक्ति के बाद इसे भी शुरू कर दिया जाएगा, जिससे कोरोना संक्रमितों का इलाज रुद्रपुर में भी हो सकेगा.


 

कोरोना वायरस के मरीज लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं, जो कि पूरे देश के साथ ही प्रदेश के लिए भी चिंता का विषय बन गया है. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों द्वारा रुद्रपुर में बनाए गए इस मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों का जल्द उपचार शुरू करने का दम भरा जा रहा है. अब देखने वाली बात ये होगी की इसमें स्टाफ की नियुक्ति कब तक हो पाती है और इसमें इलाज कब तक शुरू हो पाता है.


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