गोरखपुर: गोरक्षनाथ मंदिर में चढ़ाये जाने वाले फूलों से बनेगी सुगंधित अगरबत्ती, लोगों को मिलेगा रोजगार
गोरक्षनाथ मंदिर में चढ़ाये जाने वाले फूल अब फेंके नहीं जाएंगे. केंद्रीय औषधि एवं सुगंध पौधा संस्थान इन फूलों से अगरबत्ती बनाएगा. इस प्रयास से फूल भी उपयोग में आएंगे और साथ ही तमाम लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
गोरखपुर: गोरक्षपीठ में अर्पित फूल अब बेकार नहीं जाएंगें. उन फूलों से बनी अगरबत्ती से प्रेम और सद्भाव की सुगंध पूरे जहां में बिखरेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर श्री गोरक्षनाथ मंदिर में अर्पित होने वाले फूलों से ‘श्री गोरखनाथ आशीर्वाद’ अगरबत्ती बनाई जा रही है. इस नई पहल से लोगों को नए तरह के रोजगार से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा. बड़ी संख्या में श्रद्धालु गोरखनाथ मंदिर में हर दिन पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं. ऐसे में अर्पित होने के बाद बर्बाद होने वाले फूलों को उपयोग कर उनकी अगरबत्ती बनाया जाएगा.
सी मैप की कोशिश रंग लाई
केंद्रीय औषधि एवं सुगंध पौधा संस्थान (सी मैप) भारत सरकार, लखनऊ, महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र गोरखपुर के साथ श्री गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर के सहयोग से इस मूर्तरूप दिया गया है. गोरखनाथ मंदिर में अर्पित फूलों से निर्मित अगरबत्ती 'श्री गोरखनाथ आशीर्वाद' का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर को गोरखनाथ मंदिर स्थित हिंदू सेवाश्रम में करेंगे. यह जानकारी गोरखनाथ मंदिर के कार्यालय सचिव श्री द्वारिका तिवारी ने दी है.
द्वारिका तिवारी ने बताया कि अभी तक बरसों से जो फूल बाबा गोरखनाथ के दरबार में अर्पित होते रहे हैं. वे सूखने के बाद बेकार नहीं जाएंगे. अब उसकी खुश्बू से जहां में मनोहारी सुगंध फैलेगी. इसके साथ ही बाबा गोरखनाथ के चरणों में अर्पित किए गए फूलों की सुगंध के रूप में उनका आशीर्वाद श्री गोरखनाथ आशीर्वाद के नाम से घर-घर तक पहुंचेगा.
फूलों का होगा सदउपयोग
गोरखनाथ मंदिर के मीडिया सहयोगी विनय गौतम ने बताया कि मंदिर में अर्पित होने वाले पुष्पों का सदउपयोग करने के लिए ये पहल की गई है. बड़ी संख्या में हर रोज श्रद्धालु यहां पर बाबा गोरखनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं. ऐसे में बाबा के दरबार में अर्पित होने वाले पुष्प की उपयोगिता भी सुनिश्चित होगी. उन्होंने बताया कि बाबा गोरखनाथ के आशीर्वाद के रूप में गोरखपुरवासियों के साथ अन्य जनपदों के लोगों को भी अर्पित हुए पुष्प की सुगंध और आशीर्वाद प्राप्त होगा.
इस कार्यक्रम में प्रोफ़ेसर यूपी सिंह (उपाध्यक्ष), महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र चौक माफी, डॉ. जीएन सिंह (तकनीकी सलाहकार) मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, डॉ. प्रमोद कुमार त्रिवेदी (निदेशक सी मैप) लखनऊ, डॉ. रमेश कुमार श्रीवास्तव (वरिष्ठ वैज्ञानिक) सीमैप, लखनऊ समेत गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे.
ये भी पढें.
मथुरा: जहरीली शराब पीने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत, एक की हालत गंभीर, प्रशासन पर उठे सवाल