UP News: भारत विभाजन स्मृति और अखंड भारत संकल्प दिवस के अवसर पर रविवार को अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा की ओर से शहीद राम प्रसाद बिस्मिल (Ram Prasad Bismil) के बलिदान स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का संयोजन गुरु कृपा सेवा संस्थान के अध्यक्ष बृजेश राम त्रिपाठी ने किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि शहीदों का बलिदान हर भारतवासी को सदियों तक याद रहेगा.
बिस्मिल की काल कोठरी देखने पहुंचे मंत्री पंकज चौधरी
मंत्री पंकज चौधरी ने कहा, 'आजादी के 75वें वर्ष में पूरा देश 75 हफ्ते तक कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. हर घर तिरंगा फहराया जा रहा है. शहीदों की स्थली पर जाकर वहां पर उन्हें नमन किया जा रहा है. यहां शहीद राम प्रसाद बिस्मिल की फांसी और काल कोठरी पर आया हूं.' उन्होंने कहा कि 13 से 15 तारीख तक देश के स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करने के लिए हर घर पर एक तिरंगा फहराएं. तिरंगा हमारे देश की शान है. सभी का कर्तव्य बनता है कि देश के शहीदों की याद और स्वतंत्रता के 75वें वर्ष को उल्लास के साथ मनाने के लिए आगे आएं.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सशस्त्र सीमा बल के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रजनीश लांबा ने कहा कि ये बहुत ही अनोखा और खास दिन है. क्रांतिकारियों को याद करना हर नागरिक का कर्तव्य है. उनके बलिदान को हम जितना याद करेंगे, देश का हर नागरिक और देश उतना ही मजबूत होगा. हर भारतीय में उन्हें तिरंगा नजर आता है. हर भारतीय की तिरंगे से पहचान है. हर तिरंगे की भारतीय से पहचान है. देश को सशक्त बनाने और देश को आगे बढ़ाने के लिए आजादी के इस अमृत महोत्सव में हर भारतवासी खुद को भागीदार बनाएं.
बिस्मिल ने इस कोठरी में फांसी से पहले गुजारे थे चार महीने
राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने अमर शहीद काकोरी और मैनपुरी क्रांति के महानायक शहीद राम प्रसाद बिस्मिल के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. इस दौरान उन्होंने जिस काल कोठरी में बिस्मिल ने फांसी के पूर्व चार माह गुजारे थे, उसका भी अवलोकन किया. इसके बाद उन्होंने फांसी घर को भी देखा. जहां 19 दिसंबर 1927 को शहीद राम प्रसाद बिस्मिल को फांसी दी गई थी. इस अवसर पर बांसगांव सांसद, विधायक और जेल अधीक्षक और जेलर समेत अन्य आला अधिकारी और पुलिसकर्मी उपस्थित रहे.
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