किंगस्टन, एजेंसी। रविंद्र जडेजा और मोहम्मद शमी की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने सोमवार को यहां दूसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन चाय से पहले वेस्टइंडीज को 257 रन से हराकर श्रृंखला में 2-0 से क्लीनस्वीप किया।


भारत के 468 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम जडेजा (58 रन पर तीन विकेट), शमी (65 रन पर तीन विकेट), इशांत शर्मा (37 रन पर दो विकेट) और जसप्रीत बुमराह (31 रन पर एक विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 59 .5 ओवर में 210 रन पर सिमट गई।


कोहली बने सबसे सफल टेस्ट कप्तान


इस जीत के साथ विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी बन गए। उनकी अगुआई में यह भारत की टेस्ट मैचों में 28वीं जीत है। कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ा जिनकी अगुआई में भारत ने 27 टेस्ट जीते। भारत इसके साथ ही एक समय विश्व क्रिकेट के सिरमौर रहे वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार आठवीं टेस्ट श्रृंखला जीतने में सफल रहा।


वेस्टइंडीज की ओर से शमारा ब्रूक्स ने एक जीवनदान का फायदा उठाते हुए सर्वाधिक 50 रन बनाए जबकि जर्मेन ब्लैकवुड तीन जीवनदान के बावजूद 38 रन ही बना सके। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी भी की। कप्तान जेसन होल्डर ने भी 39 रन बनाए।


इस जीत से भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप तालिका में 60 अंक मिले और टीम ने दो मैचों में 120 अंक के साथ शीर्ष पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। न्यूजीलैंड और श्रीलंका दो-दो मैचों में समान 60-60 अंक के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।


भारत के गेंदबाजों के लिए दिन की शुरुआती खराब रही लेकिन लंच के बाद उन्होंने शानदार वापसी की। सुबह का सत्र भारत के गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षकों के लचर प्रदर्शन के कारण वेस्टइंडीज के नाम रहा जिसने दो विकेट गंवाकर 100 रन जोड़े। दूसरे सत्र में हालांकि भारत ने जोरदार वापसी करते हुए 65 रन पर छह विकेट हासिल किए।


वेस्टइंडीज ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 45 रन से की। मेजबान टीम के बल्लेबाजों ने पहले घंटे में भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा जिन्होंने दिशाहीन गेंदबाजी की।


ब्रूक्स ने शमी की दिन की पहली गेंद को ही चार रन के लिए भेजा। डेरेन ब्रावो (23) ने चौथे ओवर की पहली गेंद पर बुमराह पर चौका मारा लेकिन इसके साथ ही वह चक्कर आने जैसी स्थिति के कारण ड्रेसिंग रूम वापस लौट गए।


कल बुमराह की बाउंसर पर चोटिल हुए ब्रावो को जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया और इसके बाद उन्हें मैच से बाहर होना पड़ा। वेस्टइंडीज ने चक्कर आने से संबंधित आईसीसी के नए नियमों के तहत ब्लैकवुड को उनके विकल्प के तौर पर उतारने का फैसला किया।


ब्रूक्स और रोस्टन चेस ने इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को कुछ देर के लिए परेशान किया लेकिन पहले घंटे के ड्रिंक्स ब्रेक के बाद जडेजा ने चेस को पगबधा कर दिया।


चेस ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन अंपायर काल के कारण उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा। उन्होंने 12 रन बनाए। शिमरोन हेटमायर (01) भी इशांत के अगले ओवर में एक्सट्रा कवर पर मयंक अग्रवाल को बेहद आसान कैच देकर पवेलियन लौटे। ब्लैकवुड इसके बाद मैदान पर उतरे जो गेंद लगने पर चक्कर आने संबंधित नियम के तहत स्थानापन्न खिलाड़ी के रूप में खेलने वाले दूसरे क्रिकेटर बने।


इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के बीच दूसरे एशेज टेस्ट के दौरान स्टीव स्मिथ के जोफ्रा आर्चर की गेंद पर चोटिल होने के बाद मार्नस लाबुशेन इस नियम के तहत खेलने वाले पहले क्रिेकेटर बने थे।


जडेजा के अगले ओवर में ही ब्लैकवुड भाग्यशाली रहे जब विकेटकीपर ऋषभ पंत ने उनका कैच टपका दिया। ब्लैकवुड ने इस समय खाता भी नहीं खोला था।


ब्लैकवुड ने शुरू से ही आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने शमी पर दो चौके जड़ने के बाद जडेजा पर छक्का भी मारा। ब्लैकवुड को 21 रन के स्कोर पर दूसरा जीवनदान मिला जब शमी ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच टपका दिया। ब्रूक्स भी 30 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब जडेजा की गेंद पर स्लिप में अजिंक्य रहाणे को कैच दे बैठे लेकिन यह नोबाल हो गई क्योंकि गेंदबाज का पैर क्रीज से बाहर था।


लंच से पहले के अंतिम ओवर में ब्लैकवुड को तीसरा जीवनदान मिला जब जडेजा की गेंद पर शार्ट कवर पर अग्रवाल उनका मुश्किल कैच नहीं लपक पाए।


लंच के बाद किस्मत ने ब्लैकवुड का साथ छोड़ दिया और वह बुमराह की गेंद पर पंत को कैच दे बैठे। उन्होंने 72 गेंद में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 38 रन बनाए।


ब्रूक्स ने बुमराह पर चौके के साथ 112 गेंद में अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया लेकिन जडेजा की गेंद पर शाट खेलने के बाद क्रीज पर वापस लौटते हुए आलस दिखाने के कारण कोहली के सटीक थ्रो पर रन आउट हो गए। उन्होंने 119 गेंद का सामना करते हुए चार चौके मारे।


जडेजा ने एक गेंद बाद जाहमार हैमिल्टन (00) को स्लिप में लोकेश राहुल के हाथों कैच कराके वेस्टइंडीज को सातवां झटका दिया। बायें हाथ के इस स्पिनर ने हालांकि उस समय राहत की सांस की जब तीसरे अंपायर ने काफी रीप्ले देखने के बाद मामूली अंतर से इस गेंद को नोबाल करार नहीं दिया।


शमी ने इसके बाद राहकीम कोर्नवाल (01) और केमार रोच (05) दोनों को पंत के हाथों कैच कराया। होल्डर ने जडेजा पर लगातार दो चौके मारे जबकि शमी पर भी तीन चौके जड़े लेकिन जडेजा ने उन्हें बोल्ड करके भारत को जीत दिला दी।