Lok Sabha Elections 2024: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने मुलाकात की है. जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुलाकात हुई है.


दीगर है कि ममता बनर्जी और अखिलेश यादव के बीच सियासी रिश्ते रहे हैं. यूपी में टीएमसी को सपा ने भदोही सीट दी थी. दोनों नेताओं के बीच पर्दे के पीछे का कोआर्डिनेशन इतना मजबूत था कि जब सीएम नीतीश कुमार को INDIA अलायंस का संयोजक बनाए जाने का फैसला लिया जाना था तब ममता और अखिलेश नहीं गए थे. अभिषेक और अखिलेश की मुलाकात के दौरान राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन भी मौजूद रहे.


अखिलेश यादव ने तोड़ दिया मुलायम सिंह यादव का 20 साल पुराना रिकॉर्ड, इस मामले में रह गए पीछे


अयोध्या पर भी बोले अखिलेश यादव
दिल्ली में पत्रकारों से अखिलेश ने कहा कि पीडीए की लडाई बहुत बड़ी है. यूपी में पीडिए की जीत हुयी है.एनडीए की बहुत बड़ी हार है. मैं जनता का बधाई देता हूं. नेताजी जी रहते तो खुशी की बात होती. मैं कन्नौज की जनता का बधाई देता हूं. 


अखिलेश ने कहा कि 'अयोध्या की जनता का मैं धन्यवाद देता हूं. उनका दु:ख दर्द आपने समय-समय पर देखा होगा, लोगों को मुआवजा नहीं दिया, अन्याय किया, इसीलिए अयोध्या और आसपास के क्षेत्र में जनता ने भाजपा के खिलाफ मतदान किया.'


समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कहते हैं, 'यह खुशी की बात है कि इस बार विपक्ष मजबूत होगा. विपक्ष की आवाज इस बार दब नहीं पाएगी. जनता के सामने कई अहम सवाल रखे गए हैं, जिनमें सबसे बड़ा सवाल अग्निवीर नौकरियों का है. समाजवादी पार्टी अग्निवीर व्यवस्था को कभी स्वीकार नहीं कर सकती.'


उन्होंने कहा, 'चुनाव अलग तरीके से होते हैं और सरकारें अलग तरीके से बनती हैं. सरकारें संख्या बल से बनती हैं. हम जिन सीटों पर जीत की उम्मीद कर रहे थे, वे सीटें नहीं जीत पाए, इसके कई कारण हो सकते हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर ऐसा देखने को मिला कि प्रशासन ने जानबूझकर उम्मीदवारों को हरवाया. फर्रुखाबाद इसका एक उदाहरण है, वहां पूरा प्रशासन सरकार के लिए काम कर रहा था. इसलिए सरकार संख्या बल से बनेगी.'