India vs Bharat Renaming Row: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) इन दिनों अपने बयानों को लेकर काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं. देश का नाम India से बदलकर भारत किए जाने की संभावना के बीच जहां विपक्ष बीजेपी पर निशाना साध रहा है. वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी को लेकर बड़ा आरोप लगाया है. उनका कहना है कि देश का नाम बदलने की सोच भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर का विरोध है.


स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक्स पर पोस्ट करते हुए बीजेपी और RSS को देश का बंटवारा करने वाला बताते हुए कहा कि देश के टुकड़े करने वालों के दिल में अब उनका भारत के लिए प्रेम कैसे जाग गया है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर लिखा 'हिंदू राष्ट्र की मांग कर देश के बंटवारे का बीज बोने वाले RSS एवं BJP को अचानक भारत प्रेम कैसे जग गया, यदि भारत से ही प्रेम हैं तो हिंदू राष्ट्र की मांग क्यों?'






India का नहीं डॉ. भीमराव अम्बेडकर का हो रहा विरोध


उन्होंने अपने ट्वीट में आगे कहा कि देश का नाम India से बदलकर भारत करना और India का विरोध करना भारतीय संविधान के विरोध के साथ ही भारतीय संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर का भी विरोध है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट में लिखा 'India का विरोध करने वाले शायद यह नहीं जानते कि India भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1 अंतर्गत India that is Bharat संविधान का मुख्य हिस्सा है इसलिए India का विरोध जहां एक ओर भारतीय संविधान का विरोध है, वहीं दूसरी तरफ भारतीय संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का भी विरोध है.'


दलितों के वोट के लिए बीजेपी करती है नाटक


स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि चुनाव के दौरान दलितों का वोट लेने के लिए बीजेपी डॉ. अम्बेडकर को भगवान बताने का सिर्फ नाटक करती है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'यद्यपी की दलितों का वोट लेने के लिए RSS और BJP के लोग बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर को भगवान का अवतार बताकर माला फूल चढ़ाने का नाटक तो करते हैं, किन्तु डॉ. अम्बेडकर की विद्वता, लोकप्रियता और जीवनन्ता जिसका दुनिया लोहा मानता है, उससे जलते हैं.'


India का विरोध सिर्फ एक बहाना


उनका कहना है कि संविधान के अनुच्छेद 1 अंतर्गत India का विरोध बीजेपी के लिए सिर्फ एक बहाना है. जबकी बीजेपी सही मायने में देश के करोड़ों दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और वंचितों के मसीहा और भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर का विरोध कर रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह RSS और BJP के इस ओछी सोच की घोर निंदा करते हैं.


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