Mathura News: उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक T-55 टैंक ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है. दरअसल यह T-55 टैंक सेना मेडल से सम्मानित शहीद बबलू सिंह के गांव पहुंचा है. जिसे शहीद बबलू सिंह के स्मारक स्थल पर स्थापित किया गया है. जानकारी के अनुसार इस टैंक को पुणे से सड़क मार्ग द्वारा मथुरा लाया गया है. बता दें कि वर्ष 2016 में 29 से 30 जुलाई की रात को नौगांव सेक्टर में आतंकवादियों से लड़ते समय बबलू सिंह शहीद हुए थे.
मरणोपरांत शहीद बबलू सिंह को सेवा मेडल से सम्मानित किया गया था. परिजनों ने आर्मी से शहीद स्मारक पर टैंक रखवाने का आग्रह किया था. शहीद के परिवार के आग्रह को स्वीकार करते हुए सेना ने T-55 टैंक को शहीद स्मारक पर रखवाने का आदेश दिया था. जिसे शहीद बबलू सिंह के पैतृक गांव झंडीपुर में बने शहीद स्मारक पर स्थापित किया गया है. इस मौके पर शहीद बबलू सिंह के परिजनों सहित आसपास के गांव के सैकड़ों लोग शहीद स्मारक पर मौजूद रहे.
शहीद बबलू सिंह के स्मारक स्थल पर स्थापित हुआ T-55 टैंक
आपको बता दें कि फरह इलाके स्थित गांव झंडीपुर में सेना का टैंक जब आया तो उसे देखने के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए. उस टैंक को देख ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना ना रहा और इस खुशी में ग्रामीण झूमने लगे. बता दें कि शहीद बबलू सिंह 2005 में जाट रेजीमेंट में भर्ती हुए थे और वह दुश्मनों से लोहा लेते समय 2016 में शहीद हो गए थे. बबलू सिंह को शहीद होने के बाद सेना मेडल से सम्मानित किया गया और अब उनके परिवार के अथक प्रयास के बाद सेना ने T-55 टैंक को उनके शहीद स्मारक पर रखवाया है. इस टैंक ने भारत-पाकिस्तान में हुई 1971 की जंग में अपना जौहर दिखाया था. इस टैंक को पुणे से मथुरा लाया गया और अब इसको शहीद बबलू सिंह के शहीद स्मारक पर स्थापित कर दिया गया है.
शहीद के भाई ने सेना का जताया आभार
जानकारी देते हुए शहीद बबलू सिंह के भाई सतीश ने बताया कि हमारे शहीद भाई बबलू सिंह की तो कमी पूरी नहीं की जा सकती, लेकिन इस पूरे कार्य में जिला प्रशासन और सेना के अधिकारियों का हमें बहुत बड़ा सहयोग मिला है और हम यह जानते हैं की सेना के अधिकारियों के सहयोग के बिना हम इस टैंक को अपने भाई बबलू सिंह के स्मारक तक नहीं पहुंचा पाते. शहीद बबलू सिंह के भाई सतीश ने कहा कि हम उन सभी लोगों के आभारी हैं जिन्होंने इस नेक कार्य में इस शहीद परिवार का सहयोग किया है.
इस आर्मी टैंक को मथुरा लाने में स्वाभिमान देश का संगठन नामक संस्था के प्रमुख सुरेंद्र सिंह बिधूड़ी ने भी सहयोग किया है. उन्होंने बताया कि आज हम इस कार्य में सहयोग कर अपने आप को धन्य मान रहे हैं क्योंकि जिस तरह का माहौल यहां पर हमें देखने को मिल रहा है, हम देख रहे हैं कि हर एक ग्रामीण के चेहरे पर आज खुशी झलक रही है और हर एक ग्रामीण आज एक मेले जैसा उत्सव मना रहा है. इसमें सबसे ज्यादा योगदान हमारे अमर शहीद बबलू सिंह के भाई सतीश जी का रहा जिन्होंने दिन-रात एक कर इस टैंक को लाने में एक लंबा प्रयास किया और आज उन्हीं की वजह से यह टैंक शहीद बबलू सिंह जी के शहीद स्मारक पर स्थापित हो पाया है.
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