भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली बल्लेबाजी में ही बेहतर नहीं हैं बल्कि उनका दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटरों में शुमार हैं। मैदान पर उतरते ही उनकी हर पारी में कोई न कोई रिकॉर्ड पीछे छूट जाता है। क्रिकेट के अलावा विज्ञापनों से भी विराट कोहली को करोड़ों की कमाई होती है। भले ही विराट कोहली के प्रशंसक दुनियाभर में मौजूद हैं और उनका नाम भारत के सबसे अमीर क्रिकेटरों में शामिल हो लेकिन उनके कोच को मेहनत की कमाई तक नसीब नहीं है।


दरअसल, टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा को उनके हक की सैलरी नहीं मिली है। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने अभी तक विभिन्न वर्गों की टीमों (सीनियर, उम्र ग्रुप और महिला) के कोचों और सहयोगी स्टाफ का वेतन नहीं दिया है। इसमें विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का वेतन भी शामिल है।



डीडीसीए (DDCA) ने भले ही कोचों और सहयोगी स्टाफ का वेतन नहीं दिया, लेकिन पिछले चार महीनों में कानूनी खर्चों के लिए उसने 1.6 करोड़ से ज्यादा रुपये का भुगतान कर दिया है। डीडीसीए में करीब 50 लोगों को अपने वेतन का इंतजार है जिसमें दिल्ली टीम के सीनियर कोच जैसे भास्कर पिल्लै और राजकुमार शर्मा भी शामिल हैं। इनके चेक अभी तक मंजूर नहीं किए गए हैं जो करीब 4.5 करोड़ की राशि है। हालांकि बीसीसीआई टूर्नामेंट में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी भाग्यशाली रहे जिनकी मैच फीस उनके खातों में जमा कर दी गई है।



इस बारे में डीडीसीए (DDCA) के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने कहा कि, 'बीसीसीआई ने भुगतान कर दिया है। डीडीसीए के पास 11 करोड़ रुपये हैं। पता नहीं कि अभी तक कोचों, फिजियो और मालिशिये को वेतन क्यों नहीं दिया गया है। कोविड​​-19 लॉकडाउन अभी शुरू हुआ है लेकिन ये भुगतान लंबे समय से लंबित हैं।' मनचंदा ने कहा कि केवल कार्यवाहक अध्यक्ष राकेश बंसल और सचिव विनोद तिहाड़ा ही इस सवाल का जवाब दे सकते हैं।