भारतीय टीम के बल्लेबाज केदार जाधव खुद को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कर्जदार मानते हैं। जाधव का मानना है कि वो धोनी ही हैं जिनकी बदौलत मैं इतने अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच खेल सका। बकौल जाधव अगर धोनी का समर्थन नहीं होता तो टीम इंडिया के लिए वे सिर्फ कुछ ही मैच खेल पाते। इसके लिए वो धोनी के ऋणी हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट में जाधव ने कहा, "जब मैं बड़ा हो रहा था तब सचिन मेरे आदर्श हुआ करते थे। मुझे इस बात का पछतावा है कि मैं उनके साथ नहीं खेल सका, लेकिन जब पंसदीदा क्रिकेटर की बात है तो जाहिर तौर पर मैं धोनी का ही नाम लूंगा।"
जाधव कहते हैं कि शुरुआत में जब मैं माही भाई से मिला तो सोचा भारतीय कप्तान के तौर पर वो सख्त मिजाज के होंगे, लेकिन मैं गलत साबित हुआ। धोनी से मुलाकात के बाद पसंदीदा क्रिकेटर के तौर पर मैं किसी और को नहीं देखता। जाधव ने आगे बताया कि मैं सिर्फ 8-10 वनडे मैच ही खेल पाता, लेकिन माही भाई ने मेरा साथ दिया और उनके शांत स्वाभाव का मुझ पर असर रहा है। उन्हें देखकर मुझे आत्मविश्वास मिलता है।
गौरतलब है कि 35 साल के क्रिकेटर केदार जाधव ने भारतीय टीम के लिए 73 वनडे मैच खेले हैं। वनडे करियर में उनके बल्ले से 1 हजार से ज्यादा रन निकले हैं।