UP Politics: चौकीदार चोर के बाद राजनीति में 'सर्वेंट' की एंट्री, अखिलेश यादव के तंज पर ब्रजेश पाठक का पलटवार
UP News: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा सोशल मीडिया पर नया उपनाम जोड़ने से सियासी हलचल तेज हो गई है. उनके ऐसा करने पर लोकसभा चुनाव से पहले कई मायने निकाले जा रहे हैं. जानें-
Uttar Pradesh Politics: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने नाम के आगे सर्वेंट जोड़कर प्रदेश की सियासी तपिश बढ़ा दी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पहले ट्विटर) पर सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के बयान के बाद, अपने नाम के आगे ''सर्वेंट ब्रजेश पाठक'' जोड़ा दिया. दरअसल, ये पूरा मामला लोकनायक जय प्रकाश नारायण के जयंती बीते 11 अक्टूबर से जुड़ा हुआ है. जब अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ में जय प्रकाश नारायण इंटरनेशन सेंटर (JPNIC) में बने जेपी नारायण के प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए गेट फांदकर अंदर घुस गए.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के अंदर घुसने के बाद पार्टी के कई नेता इसी तरह से गेट फांदकर अंदर घुसे और लोकनायक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. अखिलेश यादव के ऐसा करने पर डिप्टी सीएम ब्रजेश यादव ने उन पर तंज कसते हुए जमकर निशाना साधा था. इस दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोगों को अराजकता और गुंडई पसंद है, ये बात सपा मुखिया (अखिलेश यादव) के आचरण पर सिद्ध हो गई. ब्रजेश पाठक ने इस मामले में आगे कहा कि अखिलेश यादव को कूदने में अच्छे हैं, उन्हें जाकर एशियन गेम्स में हिस्सा लेकर देश के लिए मेडल लाना चाहिए.
अखिलेश यादव बयान से सियासी उबाल
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के इस बयान पर पलटवार करते हुए सपा सुप्रीमो ने काफी आक्रमकता से जवाब दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि मैं सर्वेंट डिप्टी चीफ मिनीस्टर की बातों के जवाब नहीं देता, यहां अगर कोई जिम्मेदार है तो वह सिर्फ मुख्यमंत्री हैं. अखिलेश यादव के इस बयान से उत्तर प्रदेश के सियासत में उबाल आ गया है. इसके जवाब में ब्रजेश पाठक ने सोशल मीडिया पर अपने नाम के आगे ''सर्वेंट ब्रजेश पाठक'' जोड़ दिया. लोकसभा चुनाव से पहले उनके इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
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