Prayagraj News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की याद में हर साल उनके जन्मदिवस पर राष्ट्रीय स्तर मैराथन का आयोजन होता है. जिसे इंदिरा मैराथन के नाम से जाना जाता है. फिलहाल आज सुबह प्रयागराज में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जन्मदिवस के मौके पर इंदिरा मैराथन का शुभारंभ किया गया. इंदिरा मैराथन का यह 38वें संस्करण रहा.
इंदिरा मैराथन में भाग लेने के लिए देशभर से धावक पहुंचे. खेल मंत्री गिरीश यादव, मेयर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी और डीएम नवनीत सिंह चहल ने धावकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इंदिरा मैराथन का शुभारंभ आनन्द भवन से किया गया. इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया.
42.195 किलोमीटर की मैराथन रेस का आयोजन
बता दें कि साल 1985 में शुरू की गई इंदिरा मैराथन अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत 42 किलोमीटर की आयोजित की जा रही है. इस बार की मैराथन की थीम रन फॉर स्वच्छता- नो प्लास्टिक को दिया गया है. मैराथन को लेकर इस बार भी धावकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. देश के तमाम नामचीन धावक इस बार की मैराथन में भी हिस्सा ले रहे हैं. यह मैराथन 42.195 किलोमीटर का सफर तय करते हुए मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में खत्म होगी.
पहले स्थान पर आने पर मिलेगा 2 लाख का इनाम
प्रयागराज में आयोजित हो रही इंदिरा मैराथन में महिलाओं और पुरुषों के अलग-अलग वर्गों में आयोजन किया जा रहा है. मैराथन के विजेताओं में तकरीबन 9 लाख 70 हजार रुपए की राशि बांटी जाएगी. जानकारी के अनुसार इंदिरा मैराथन की प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेताओं को क्रमशः 2 लाख, 1 लाख और 75 हजार का पुरस्कार दिया जाएगा.
11 प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार
इसके अलावा 11 अन्य प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे. प्रत्येक खिलाड़ी को 10 हजार रुपए की धनराशि दी जाएगी. मैराथन के रुट पर धावकों के लिए 16 स्थानों पर जलपान और मेडिकल एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है. हर किलोमीटर पर एनसीसी के कैडेट्स वालेंटियर के रूप में लगाए गए हैं. तकरीबन 1000 कर्मचारियों को इस आयोजन में लगाया गया है.
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