कन्नौज, नित्या मिश्रा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्र "लोकल के लिए बनें वोकल" को अमल में लाने के बाद कन्नौज जिले में स्वयं सहायता समूह की सैकड़ों महिलाओं को रोजगार देने का काम शुरू हो चुका है. जिले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना के अंतर्गत सैकड़ों महिलाओं को सरकारी स्कूलों में पढ़ने वालों बैच्चो की ड्रेस सिलने का काम दिया गया है. कोरोना काल में मिले रोजगार से महिलाओं के चेहरे खिल उठे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया.
स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की पहल
वैश्विक महामारी कोरोना के बीच उपजे बेरोजगारी के दंश को दूर कर स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की पहल शुरू हो चुकी है, केंद्र और प्रदेश सरकार की पहल गांव-गांव रोजगार उत्पन्न कर जरूरतमंदों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही है. अब तक बेसिक शिक्षा विभाग में स्कूल ड्रेस की सप्लाई ठेकेदारों के माध्यम से होती थी. ड्रेसों की गुणवत्ता सुधार के लिए शासन ने ड्रेस सिलने का काम स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को देकर ग्रामीण क्षेत्र में बेहद लाभकारी रोजगार का सृजन किया है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय आजीविका मिशन के माध्यम से कन्नौज जिले में बेसिक शिक्षा से जुड़े सभी बच्चों के ड्रेस सिलने का कार्य विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं कर रही हैं.
प्रति ड्रेस 90 रुपए का भुगतान
सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं की ड्रेस सिलने के एवज में इन महिलाओं को प्रति ड्रेस 90 रुपए का भुगतान किया जा रहा है. जिसको पाकर महिलाएं खुशी भरे अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार प्रकट कर रही हैं. इससे साफ लगता है, कि लोकल को वोकल बनाने में ये कदम सार्थक और प्रभावी साबित हो रहा है.
बच्चों को मिल रही है अच्छी ड्रेस
प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार जिले में आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं से बेसिक शिक्षा के स्कूली बच्चों की ड्रेस सिलाई का कार्य किया जा रहा है, जिससे बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार प्राप्त हुआ है. इस योजना के माध्यम से जिले में 145 समूहों से करीब 616 महिलाओं को रोजगार दिया जा रहा है. इसके लिए 73 सेंटर बनाए गए हैं और 1 लाख 25 हजार ड्रेस सिलाई के लिए दी गई हैं. समूह की महिलाएं खुद कपड़े का नाप लेकर कटिंग और सिलाई कर रही हैं, जिससे एक तरफ महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, तो दूसरी तरफ बच्चों को अच्छी ड्रेस भी मिल रही है.
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