Noida: ब्लैक फंगस के इलाज में काम आने वाला इंजेक्शन बाजार से गायब हुआ, एबीपी गंगा की पड़ताल
दिल्ली-एनसीआर के नोएडा में ब्लैक फंगस के इलाज में काम आने वाला इंजेक्शन अब बाजार में नहीं मिल रहा है. एबीपी गंगा ने इसकी पड़ताल करते हुये जमीनी हकीकत पता की तो चौंकाने वाली बात सामने आई.
नोएडा: नोएडा में फेबीफ्लू, मेडरोल, रेमडेसिविर, टोक्लीजूमैब के बाद में अब ब्लैक फंगस (म्यूकोरमायकोसिस) को ठीक करने के लिए उपयोग में आने वाला इंजेक्शन फोसम-300 की बाजार में कमी हो गई है. गिने-चुने मरीज होने के बाद भी इंजेक्शन के बाजार से गायब होने से इसके कालाबाजारी होने की आशंका प्रबल है, और इसी हकीकत को जानने के लिए एबीपी गंगा की टीम नोएडा के कई मेडिकल स्टोर पर गई और यह जानने की कोशिश की थी आखिरकार उनके पास फोसम 300 इंजेक्शन है या नहीं लेकिन पड़ताल में जो निकल के आया, उसने हमें भी चौंका दिया.
नोएडा के मेडिकल स्टोर से गायब हुआ इंजेक्शन
हमारी टीम सबसे पहले नोएडा के सेक्टर 12 मेट्रो हॉस्पिटल के आसपास मौजूद मेडिकल स्टोर में पहुंची, जहां यह जानने की कोशिश की, कि उनके पास फोसम 300 इंजेक्शन है या नहीं सभी दुकानदारों ने यही बताया कि, उनके पास फोसम 300 इंजेक्शन नहीं है. उन्होंने डिस्ट्रीब्यूटर से कई बार डिमांड की लेकिन स्टॉक में नहीं है, कहकर मना कर देते हैं. लेकिन इस इंजेक्शन की डिमांड काफी है. हर दिन 10 से 15 लोग इस इंजेक्शन को खरीदने आते हैं, लेकिन मिल नहीं पा रहा है. कुछ दुकानदारों ने कालाबाजारी की भी आशंका जताई.
उसके बाद हमारी टीम नोएडा के सेक्टर 27 स्थित कैलाश हॉस्पिटल के आसपास के मेडिकल स्टोर का जायजा लिया और वहां जानने की कोशिश की कि आखिरकार उनके पास फोसम 300 इंजेक्शन है या नहीं, तो वहां पर भी सभी मेडिकल स्टोर ने यही कहा कि, उनके पास अभी इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है. क्योंकि उन्हें पीछे से ही नहीं मिल रहा है. कई कस्टमर रोज आते हैं डिमांड करते हैं लेकिन पीछे से ना मिलने की वजह से वह कस्टमर को इंजेक्शन उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं. वहीं कुछ दुकानदारों ने यह भी कहा कि शायद फैक्ट्री कम है और डिमांड बेहद ज्यादा, यही वजह है कि मार्केट में यह इंजेक्शन आसानी से नहीं मिल पा रहा है.
सभी मेडिकल स्टोर का हाल एक जैसा
इसके बाद हमारी टीम नोएडा के सेक्टर 57 फोर्टिस हॉस्पिटल के पास पहुंची और वहां मौजूद कई मेडिकल स्टोर में जाकर फोसम 300 इंजेक्शन देने को कहा तो सभी दुकानदारों ने हाथ खड़े कर दिए और बोला यह इंजेक्शन उनके पास उपलब्ध नहीं है. लेकिन जब उनसे इंजेक्शन ना होने की वजह पूछी तो उनका साफ तौर से कहना था कि यह इंजेक्शन मिल ही नहीं रहा है और वह भी काफी परेशान है, क्योंकि इस इंजेक्शन की डिमांड दिन-ब-दन बढ़ती जा रही है और डिस्ट्रीब्यूटर साफ मना कर रहे हैं कि उनके पास इसका स्टॉप नहीं है.
हमारी पड़ताल में नोएडा के किसी भी मेडिकल स्टोर में फोसम 300 इंजेक्शन नहीं मिला, और जब हमने एक-दो दिन में उसकी उपलब्धता के बारे में पूछा तो दुकानदार ने साफ मना कर दिया कि, अभी फिलहाल यह इंजेक्शन नहीं मिल पाएगा क्योंकि डिमांड बहुत ज्यादा है और लगातार वो इंजेक्शन को लेकर डिस्ट्रीब्यूटर से बात करते हैं और डिस्ट्रीब्यूटर उन्हें इंजेक्शन ना होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहा है.
बढ़ गई कालाबाजारी
इस कोरोना कॉल में अक्सर देखा गया है कि मेडिसिन या इंजेक्शन की डिमांड बढ़ी है, वह मेडिसिन मार्केट से गायब हो गई और उसके बाद उसकी कालाबाजारी शुरू हो जाती है. ऐसे में सवाल उठता है कि ब्लैक फंगस के ज्यादा मामले भी जिले नहीं आये बावजूद जिले के मेडिकल स्टोर से इस महामारी से निपटने के लिए जिस फोसम 300 इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है वो गायब हो गया और लोग इस इंजेक्शन के लिए परेशान हो रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरकार इंजेक्शन की अचानक से डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई या फिर डिमांड को देखते हुए कुछ लोग कालाबाजारी के चक्कर में इंजेक्शन को मार्केट से गायब कर रहे हैं.
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