गोरखपुर, एबीपी गंगा। सीएम सिटी में एक घूसखोर दारोगा को एंटी करप्शन टीम ने घूस के 40 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। दारोगा मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट (एफआर) लगाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए घूस की मांग कर रहा था। जब युवक को झूठे मुकदमें के एवज में डेढ़ लाख रुपए देना नागवार गुजरा, तो उसने एंटी करप्शन टीम से मिलकर मामले की जानकारी दी। टीम ने पूर्व योजना के तहत दारोगा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी एंटी करप्शन राजीव मल्होत्रा के कुशल निर्देशन में एंटी करप्शन टीम को ये सफलता मिली है। इस कार्रवाई से पुलिस महकमें में भी हड़कंप मचा हुआ है। बेलघाट इलाके के तुरहा के रहने वाले अजय कुमार उर्फ मनोज की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार की देर रात तुरहा चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज आशीष मिश्रा को कैण्ट इलाके के यातायात चौराहा के पास 40 हजार रुपए घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर रामधारी मिश्रा ने बताया कि अजय कुमार की शिकायत पर ये कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि पट्टीदारी के विवाद में दर्ज हुई क्रॉस एफआईआर में अजय के पक्ष में फाइनल रिपोर्ट लगाकर मुकदमा खत्म करने के एवज में तुरहा चौकी पर तैनात दारोगा आशीष मिश्रा द्वारा डेढ़ लाख रुपए घूस की मांग की शिकायत की गई थी। पूर्व योजना के तहत टीम ने दारोगा आशीष मिश्रा को घूस के 40 हजार रुपए के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
मुकदमें में वादी अजय कुमार उर्फ मनोज ने बताया कि पट्टीदारी के विवाद में मारपीट और ट्रैक्टर जलाए जाने पर उनकी ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। उसके खिलाफ विपक्षी की ओर से क्रॉस एफआईआर में दूसरे पक्ष की महिला का सात माह का मारपीट के बाद गर्भ गिरने की झूठी तहरीर दी गई थी। जिस अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था वहां से उन्हें मारपीट में गर्भ नहीं गिरने का प्रमाणपत्र लिखित रूप से मिल गया था। विपक्षियों की ओर से झूठी तहरीर दी गई थी।
सीएम सिटी में लगातार घूस लेते गिरफ्तारी की ये तीसरी वारदात है। इसके पहले दो कर्मचारियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। एक मामले में जीडीए की महिला कर्मचारी को नक्शा पास करने के एवज में घूस लेते हुए रंगे हाथ टीम ने गिरफ्तार किया था।