UP Board Paper Leak: यूपी पेपर लीक कांड में अबतक क्या-क्या हुआ? एक क्लिक में जानें सबकुछ
UP Board Paper Leak: अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रश्नपत्र लीक मामले में दस से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है और किसी को गिरफ्तार नही किया गया है.
UP Board Paper Leak: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित बोर्ड की 12 वीं कक्षा की अंग्रेजी भाषा की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद बुधवार को 24 जिलों में परीक्षा रद्द कर दी गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अब यह परीक्षा 13 अप्रैल को प्रथम पाली में सुबह आठ बजे से पूर्वान्ह ग्यारह बजे तक आयोजित की जाएगी.
पेपर लीक मामले में दस से अधिक लोगों से पूछताछ
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रश्नपत्र लीक मामले में दस से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है और किसी को गिरफ्तार नही किया गया है. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने भी 'भाषा' को बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रूख अपनाया है और जांच का काम एसटीएफ को सौपने के निर्देश दिए हैं, जिसपर दोपहर बाद एसटीएफ ने मामले की जांच शुरु कर दी.
इस बीच, बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक ब्रजेश मिश्र को निलंबित कर दिया गया है. पेपर लीक मामले पर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने सरकार को घेरा है. माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने पत्रकारों से कहा, "प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि बलिया में कक्षा 12 का अंग्रेजी भाषा का परीक्षा पत्र लीक हो गया था. मामले की जांच की जा रही है और घटना में शामिल पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."
राज्य के 51 जिलों में परीक्षा निर्धारित कार्यक्रम पर चल रही
राज्य के केवल 24 जिलों में परीक्षा रद्द किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "जो पेपर लीक हुआ था, वह केवल 24 जिलों में वितरित किया गया था, इसलिए वहां परीक्षा रद्द कर दी गई है. राज्य के शेष 51 जिलों में अंग्रेजी भाषा की परीक्षा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रही है."
सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया, ''आज 30 मार्च को दूसरी पाली में इंटरमीडिएट अंग्रेजी विषय की सीरीज 316 ईडी और 316 ई आई के प्रश्न पत्र के प्रकटन की आशंका बनी. उस कारण 24 जनपदों में उक्त सीरीज के प्रश्न पत्र के वितरण के कारण इन जनपदों के समस्त परीक्षा केंद्रों की दूसरी पाली की परीक्षा निरस्त किए जाने का निर्णय लिया गया है.''
बयान के मुताबिक जिन जिलों में परीक्षा रद्द की गई हैं उनमें बलिया, एटा, बागपत, बदायूं, सीतापुर, कानपुर देहात, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, गोंडा, आजमगढ़, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, शामली, शाहजहांपुर, उन्नाव, जालौन, महोबा, अंबेडकरनगर और गोरखपुर शामिल हैं. बयान में कहा गया कि इन 24 जनपदों में निरस्त की गयी उक्त परीक्षा 13 अप्रैल को पहली पाली में सुबह आठ बजे से सवा ग्यारह बजे तक आयोजित की जाएगी.
विपक्ष ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) ने बताया कि बलिया के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को आज सुबह सूचना मिली कि दूसरी पाली का पेपर लीक हो गया है. प्रारंभिक जांच में पता चला कि लीक पेपर वही था जो शिफ्ट के लिए निर्धारित था, इसके बाद 24 जिलों में इसे रद्द कर दिया गया. आदित्यनाथ सरकार की दूसरी पारी की शुरुआत में हुई घटना के बाद, विपक्ष ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.
पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी- अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, "उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है. युवा कह रहे हैं कि रोजगार देने में नाकाम बीजेपी सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है. बीजेपी सरकार अपने इन पेपर माफियाओं पर दिखाने के लिए सही, कागज का ही बुलडोजर चलवा दे."
छात्रों के जीवन से ऐसा खिलवाड़ क्या उचित? मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा, ''यूपी बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक होने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज दोपहर इण्टर की अंग्रेजी विषय की परीक्षा होने से पहले पेपर लीक होने के बाद गोरखपुर और वाराणसी सहित प्रदेश के 24 जिलों में परीक्षा रद्द करनी पड़ी है. छात्रों के जीवन से बार-बार ऐसा खिलवाड़ क्या उचित?''
मायावती ने कहा, "उत्तर प्रदेश में बार-बार पेपर लीक होने से ऐसा लगता है कि नकल माफिया सरकार की पकड़ और सख्ती से बाहर हैं. किन्तु इस प्रकार की गंभीर घटनाओं से प्रदेश की पूरे देश में होने वाली बदनामी आदि के लिए असली कसूरवार व जवाबदेह कौन? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बीएसपी की मांग."
जो छात्र पहले परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए वे घर लौट जाएं
परीक्षा बुधवार को दोपहर दो बजे से होनी थी. मामले की पुष्टि करते हुए अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा) आराधना शुक्ला ने बताया, "राज्य के 24 जिलों में इंटरमीडिएट (कक्षा 12) की अंग्रेजी परीक्षा रद्द कर दी गई है। परीक्षा शुरू होने से पहले परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था. मामले की जांच की जा रही है." शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार इन जिलों के जिलाधिकारियों को छात्रों को परीक्षा रद्द होने के बारे में सूचित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि अगर छात्र पहले ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए हैं तो वे अपने-अपने घर लौट जाएं.
पेपर लीक करने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई
उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार पहले राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की चेतावनी दे चुकी है. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि मामले की जांच एसटीएफ से कराई जाएगी तथा इस बारे में जिलाधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पेपर लीक मामले में दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और उन पर रासुका के तहत कार्रवाई करने को कहा है.
इस बीच, बलिया के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने बताया अंग्रेजी प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र और हल किया हुआ पत्र सोशल मीडिया पर कथित रूप से लीक हो जाने के बाद परीक्षा निरस्त कर दी गई है. सूत्रों के अनुसार सोशल मीडिया पर परीक्षा का प्रश्न पत्र और हल किया गया पत्र वायरल हो गया था और बाजार में 500 रुपए में हल किया गया पत्र बिकने की सूचना मिली थी.
बलिया के डीएम ने टीम गठित की
जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच के लिए उप जिलाधिकारी, बिल्थरारोड के साथ पुलिस उपाधीक्षक, रसड़ा और जिला विद्यालय निरीक्षक की जांच टीम गठित की है. परीक्षा की शुचिता प्रभावित करने के आरोप में उभांव थाने में अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है. उभांव थाना के निरीक्षक अविनाश सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
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