एंटरटेनमेंट डेस्क। अमिताभ बच्चन का जन्म हिंदी कवि हरिवंशराय और तेजी बच्चन के घर हुआ। अमिताभ बच्चन के जन्म के पांच साल बाद उनके भाई अजिताभ का भी जन्म हुआ था। साल 2003 में अमिताभ के सिर से पिता का साया उठ गया था। वही साल 2007 में उनकी मां ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। अमिताभ बच्चन जब दिल्ली में पढ़ाई करते थे तो, उन्होने एक मजेदार किस्से बताया, कहा कॉलेज जाते वक्त कनॉट पैलेस पर वो बस में खूबसूरत लड़कियों के चढ़ने का बेसब्री से इंतजार करते थे। कॉलेज के दिनों में अमिताभ दिल्ली में तीन मूर्ति के पास रहते थे। कॉलेज के दिनों में अमिताभ बच्चन ने खूब मस्ती की है। अमिताभ बच्चन रात में कॉलेज के हॉस्टल से दीवार फांद कर घूमने जाते थे और बाहर दोस्तों के साथ खाते-पीते और फिल्में देखते थे। एक वक्त ऐसा था कि स्कूली दिनों में अमिताभ बच्चन क्रिकेट क्लब का हिस्सा नहीं बन पाए क्योंकि उनकी मां के पास दो रुपये नहीं थे। अमिताभ बच्चन को जेब खर्च के लिए सिर्फ तीन महीने में एक बार पैसे मिलते थे। जिन्हें वो संभालकर खर्च करते थे। जूते मिलते थे तो तकिया के नीचे छिपाकर रखते थे। अमिताभ बच्चन ने मुंबई में फिल्मों में किस्मत आजमाने से पहले कोलकाता में करीब पांच साल नौकरी की रेडियो एनाउंसर बने और भी कई कंपनियों में काम किया। अमिताभ बच्चन को कहीं 800 रुपये वेतन मिलता था। तो कहीं 1600 रुपये सैलरी मिली, लेकिन अमिताभ के सपने कुछ और ही थे। जॉब के साथ साथ अमिताभ बच्चन थिएटर, सिनेमा का शौक भी करते रहे। कलकत्ता में नौकरी कर रहे अमिताभ बच्चन सिर पर हीरो बनने की धुन सवार थी। मुंबई में एक दोस्त ने डायरेक्टर से बात करके अमिताभ को मुंबई बुलाया। तो अमिताभ बढ़िया नौकरी छोड़कर फौरन मुंबई चले गए। जहां डायरेक्टर ख्वाजा अहमद ने अपनी फिल्म सात हिंदुस्तानी में अमिताभ को रोल दिया।



अपनी पहली फिल्म के लिए अमिताभ को अब्बास ने पांच हजार रुपये ऑफर किए थे। जबकि अमिताभ कलकत्ता में उससे काफी ज्यादा कमाते थे। कम पैसों में भी काम करने को लेकर अमिताभ ने डायरेक्टर से अपने अंदाज में कहा था कि कुछ जोखिम उठाने पड़ते हैं। उनकी ये फिल्म सात हिंदुस्तानी 15 फरवरी 1969 को रिलीज हुई। साल 1973 में अमिताभ की लाइफ में वो टर्निंग प्वाइंट आया। जब अमिताभ बच्चन पूरी इंडस्ट्री में यंग एंग्री मैन की एंट्री हुई। 1973 में ये फिल्म थी जंजीर। डायरेक्टर प्रकाश मेहरा की इस फिल्म में अमिताभ पुलिस अफसर बने और इंडस्ट्री को सुपरस्टार मिल गया। फिल्म जंजीर से पहले अमिताभ ने 11 फिल्मों में काम किया, लेकिन कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। जंजीर के बाद उनकी सबसे बड़ी फिल्म थी शोले, जिसमें जय-वीरू यानि अमिताभ-धर्मेंद्र की जोड़ी छा गईं। इसके बाद तो अमिताभ मानो बुलंदियों को छूते गए और कभी ना थमने वाला सफलता का सफर शुरू हो गया। बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन का नाम काफी बड़ा हो गया। अमिताभ बच्चन ने लगभग 12 फिल्मों में डबल रोल किया है। बिग बी ने फिल्मों में अबतक सिर्फ डबल रोल नहीं किए, बल्कि वो ट्रिपल रोल में काफी फेमस हुए थे और वो फिल्म थी महान जिसमें अमिताभ ट्रिपल रोल करते नजर आए थे। बिग बी को उनकी काबिलियत को लेकर कई अवॉर्ड मिले हैं। साल 1984 में पद्म श्री साल 2001 में पद्म भूषण तो साल 2015 में अमिताभ को पद्म विभूषण नवाजा गया। अपने बेहतरीन अभिनय के लिए अमिताभ बच्चन को चार बार नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। फिल्म 'अग्निपथ' के लिए पहली बार बेस्ट एक्टर, फिल्म 'ब्लैक', 'पा' और फिल्म 'पीकू' के लिए भी उन्हें बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड दिया गया। इसके अलावा उन्हें 15 फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने जया से शादी की और दोनों की लव स्टोरी फिल्मों के साथ ही शुरू हो गई थी। 1971 में आई फिल्म एक नजर में दोनों साथ दिखे। इसके बाद 3 जून 1973 को दोनों ने शादी कर ली। उनकी शादी का किस्सा भी बड़ा दिलचस्प है। साल 1973 में रियल लाइफ की जोड़ी फिल्म अभिमान में हिट रही अमिताभ-जया फिल्म की शूटिंग खत्म के बाद विदेश में घूमने जाना चाहते थे, लेकिन बिग बी के पिता हरिवंशराय बच्चन ने कहा कि दोनों शादी के बाद ही जा सकते हैं। जिसके बाद अमिताभ-जया की शादी हो गई। एक वक्त ऐसा भी था कि जब अमिताभ और जया का रिश्ते टूटने की कगार पर खड़ा था। अमिताभ की जिंदगी में रेखा ने एंट्री की फिल्म सिलसिला में एक साथ काम करते-करते दोनों का अफेयर लंबे वक्त तक चला तो बिग बी और जया के रिश्तों में दरार आ गई। हालांकि धीरे धीरे सबकुछ ठीक हो गया। बात 1980 की है जब अमिताभ बच्चन की फिल्म लावारिस की शूटिंग चल रही थी। तभी अमिताभ का दिल एक ईरानी डांसर पर आ गया था। जिसके बाद अमिताभ और रेखा के बीच काफी बहस हुई थी। बताते हैं कि तब बिग बी ने एक्ट्रेस रेखा को कई थप्पड़ भी जड़ दिए थे।



अमिताभ बच्चन के पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में फिल्म कुली बेहद अहम रही। इस फिल्म की शूटिंग के वक्त एक हादसे में अमिताभ ने जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ी। 24 जुलाई 1982 को शूटिंग के दौरान अमिताभ स्टील की टेबल पर गिरे थे। जिससे अमिताभ के पेट की झिल्ली और छोटी आंत फट गई। ऑपरेशन हुआ तो फिर निमोनिया हो गया। अमिताभ बच्चन के शरीर में जहर फैल गया था। अमिताभ की इस फिल्म कुली में उनकी एक्टिंग पर तालियां तो खूब बजी थीं। लेकिन जब अमिताभ बच्चन घायल होकर कोमा में चले गए थे। तो जया नंगे पैर प्रार्थना करने सिद्धि विनायक मंदिर जाती थीं। तब हजारों लाखों लोग अमिताभ की सलामती के लिए दुआ मांगते थे। हालांकि कुछ वक्त बाद अमिताभ ठीक हो गए थे। जब अमिताभ बच्चन के लिए दुआओं का दौर चल रहा था। तब उनके एक फैन ने अमिताभ के ठीक होने की मन्नत मांगी थी। जब अमिताभ ठीक हो गए थे तो उनका फैन ने गुजरात के वड़ोदरा के सिद्धिविनायक मंदिर से उलटे पैर चलकर 800 किमी दूर मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर तक की यात्रा की थी। 13 दिन में यात्रा खत्म होने पर जब अमिताभ उससे मिले तो पैर छूने लगे थे। 'कुली' की दुघर्टना के बाद अमिताभ लगातार बीमार रहने लगे थे। उस दौरान उन्होंने इतनी ज्यादा दवाइयां खा ली थीं कि उन्हें न्यूरो मस्कूलर एलिमेंट की बीमारी हो गयी थी। जिसे माइस्थेनिया ग्रेविस भी कहते हैं। इस बीमारी से वो ठीक से खड़े भी नहीं हो पाते थे और फिल्म ना करने का फैसला लिया था। अमिताभ की जिंदगी में काफी चुनौतियां रही हैं। एक बार दीवाली पर पटाखे चलाते वक्त बिग बी का हाथ फट गया था। तब उन्होंने अपनी फिल्म शराबी की शूटिंग में अपना बायां हाथ जेब में ही रखा था। अगर फिल्म के किसी शॉट में हाथ बाहर निकालते भी थे तो मजबूरी में हाथ में सफेद रुमाल बांध लेते थे। एक बार अमिताभ पर लंगूर ने भी हमला कर दिया था। फिल्म गंगा की सौगंध की शूटिंग के दौरान जब अमिताभ ऋषिकेश के लक्ष्मण झूले पर थे। तो वहां उन्होंने एक लंगूर को खाना खिलाया तो दूसरे ने उन पर हमला कर दिया। 15 फरवरी 1969 को फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने वाले अमिताभ बच्चन ने 15 फरवरी 2019 को बॉलीवुड में हाफ सेंचुरी मारी। अपने 50 साल में बिग बी ने बेमिसाल काम किया और शानदारी फिल्में दीं। एक वक्त ऐसा भी था कि अमिताभ बच्चन बुरी तरह करीब 14 मिलियन डॉलर के कर्ज में डूब गए थे। 1996 में बिग बी ने अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड की शुरुआत की थी। जिससे इतना नुकसान हुआ कि बिग बी को अपना बंग्ला तक गिरवी रखना पड़ा। उन पर काफी केस चले थे। तब अमिताभ खुद को दिवालिया घोषित कर विदेश भी जाना चाहते थे।



जब अमिताभ संकट के दौर से गुजर रहे थे। तब उन्होंने बिना परवाह के मजबूरी में कौन बनेगा करोड़पति को होस्ट करना शुरू किया था। तब अमिताभ ने पहली बार किसी टीवी शो को होस्ट किया था और 85 एपिसोड के 15 करोड़ रुपये फीस पर काम किया। तब अमिताभ ने कमाई के लिए डायरेक्टर यश चोपड़ा से मदद मांगकर मोहब्बतें फिल्म में काम किया। आर्थिक तंगी के अलावा केबीसी की शूटिंग के वक्त अमिताभ को भयंकर बीमारी भी थी। बिग बी को रीढ़ की हड्डी का टीबी था। इसके बाद भी अमिताभ हर रोज पेन किलर लेकर केबीसी की शूटिंग करते रहते थे। बिग बी अपने फ्रेंच लुक के लिए काफी मशहूर हुए उनके फ्रेंच लुक का जादू फैन्स पर चला। लेकिन अमिताभ ने फ्रेंच रखने की शुरुआत अक्स फिल्म से की थी। फिल्म में पुलिस वाले की भूमिका में दिखे अमिताभ तब से अबतक फ्रेंच लुक शेविंग में नजर आते रहे। वर्ल्ड में अमिताभ बच्चन उन मशहूर हस्तियों में से एक हैं। जिन्हें साल 2003 में अमिताभ को फ्रांस के ड्यूविले शहर की मानद नागरिकता दी गई। जो किसी भी विदेशी के लिए आसान नहीं। जो नागरिकता अमिताभ को मिली वो केवल ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और रूसी अंतरिक्ष यात्री यूरी गागारिन जैसे लोगों के पास है।



सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन को यूं तो कई सम्मान मिले, लेकिन एक सम्मान ऐसा था कि जब उनका नाम अनाउंस हुआ तो वो शर्मा गए। दरअसल साल 1999 में उन्हें 'स्टार ऑफ द मिलेनियम' खिताब से नवाजा गया था। फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार हमेशा शुद्ध शाकाहारी रहे। यही वजह है कि अमिताभ को पेटा की तरफ से हॉटेस्ट वेजीटेरियन अलाइव का खिताब दिया गया। ये अवॉर्ड जानवरों के हितों के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था 'पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स' (पेटा) की तरफ से दिया गया। दुनिया में सिर्फ अमिताभ की एक्टिंग ही मशहूर नहीं। बल्कि उनकी आवाज के भी लोग दीवाने हैं। साल 1996 में अमिताभ ने संगीत एल्बम एबी बेबी भी रिलीज की अमिताभ की आवाज गूंज सात समंदर पार भी सुनाई देती है। सदी के महानायक ने पांच दशकों में दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई। बड़े अवॉर्ड्स के साथ अमिताभ ने करीब चालीस सालों में 400 से ज्यादा अवॉर्ड अपने नाम किए।



अमिताभ बच्चन ही एकमात्र अभिनेता हैं, जिन्होंने लगातार 15 साल तक प्रत्येक साल कम से कम एक सफल फ़िल्म दी। पांच दशक तक अपना जलवा बरकरार रखने वाले अमिताभ बच्चन का नाम इसीलिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की लिस्ट में शुमार हो गया।