बगैर अनुमति गौरीकुंड पहुंचे महाराष्ट्र से चार यात्रियों का मामले की जांच शुरू, जानें पूरा मामला
अनुमति के महाराष्ट्र से चार यात्रियों के गौरीकुण्ड पहुंचने के मामले में एक व्यापारी ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजा था. अब इस मामले में जांच शुरू हो गई है.
देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र भेजकर केदारनाथ यात्रा के अहम पड़ाव गौरीकुण्ड में महाराष्ट्र के चार यात्रियों के बिना मेडिकल जांच पहुंचने की सूचना के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं. मामले में डीएम ने जांच बैठा दी है और पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
दरअसल, दो दिन पूर्व केदारनाथ यात्रा पड़ाव के गौरीकुण्ड स्थित व्यापारी कुलानंद गोस्वामी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजा था. पत्र में व्यापारी ने ने स्वयं को व्यापार संघ का अध्यक्ष बताकर गौरीकुण्ड में महाराष्ट्र के चार यात्रियों के आने की सूचना दी. साथ ही बताया कि बिना मेडिकल जांच के तीर्थयात्री गौरीकुण्ड पहुंच गए, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.
तीर्थयात्रियों के पहुंचने से स्थानीय जनता में कोरोना महामारी का खतरा बना हुआ है.पत्र की प्रतिलिपि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी भेजी गई. इसे बाद मामला मीडिया में आया. सभी ने प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित किया, जिसके बाद डीएम ने पुलिस अधीक्षक को जांच के आदेश दिए.
वहीं, व्यापार संघ गौरीकुण्ड के अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी ने जिलाधिकारी से मुलाकाल की और ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि कुलानंद गोस्वामी ने फर्जी मुहर लगाकर स्वयं को व्यापार संघ अध्यक्ष बताया है.
मामले में उनकी ओर से जब गौरीकुण्ड चैकी इंचार्ज से पता किया गया कि गौरीकुण्ड में महाराष्ट्र से चार यात्री पहुंचे हैं, तो चैकी इंचार्ज ने बताया कि महाराष्ट्र से कोई भी तीर्थयात्री नहीं आया है.
व्यापार संघ अध्यक्ष गौरीकुण्ड अरविंद गोस्वामी ने जिलाधिकारी से कहा कि व्यापारी कुलानंद गोस्वामी ने गलत तरीके से लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है. अपने आप को व्यापार संघ का अध्यक्ष बताकर प्रशासन को भी गुमराह किया है. ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए.
वहीं, प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के जिलाध्यक्ष अंकुर खन्ना ने बताया किपिछले वर्ष पांच मई 2019 को सर्व सम्मति से गौरीकुण्ड व्यापार मण्डल में अरविंद गोस्वामी को नगर अध्यक्ष एवं महामंत्री प्रकाश गोस्वामी को चुना गया था. जिसके प्रस्ताव की प्रतिलिपि जिला उद्योग व्यापार मण्डल को उपलब्ध कराई थी. जिसके तहत तीन वर्ष तक नवनिर्मित कार्यकारिणी गौरीकुण्ड व्यापार मण्डल का प्रतिनिधित्व करेगी.
उन्होंने कहा कि जिस व्यापारी ने फर्जी मुहर लगाकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजा. उसकेखिलाफ कार्यवाही को लेकर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भेजा गयाहै और शीघ्र कार्यवाही की मांग की गई है, जिससे भविष्य में कोई भी व्यापारी प्रांतीयउद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल की मुहर का दुरुपयोग न करें.
वहीं, मामले में जिलाधिकारी वंदना चैहान ने कहा कि महाराष्ट्र से चार यात्रियों के गौरीकुण्ड पहुंचने का मामला सामने आया है. पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के लिए कहा गया है.
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