लखनऊ: यूपी सरकार की तैयारी इस बार वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट को पूरी तरह से पेपरलेस करने की है और इसके लिए अब विधायकों को भी आईपैड चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. 3 दिनों तक चलने वाले इस ट्रेनिंग सेशन कि आज से शुरुआत हो गई है. विधान भवन स्थित तिलक हाल में विधायकों का ट्रेनिंग सेशन रखा गया है. इतना ही नहीं इस बार मोबाइल ऐप पर कोई भी यूपी सरकार का बजट आसानी से देख सकेगा. इसको लेकर 'उत्तर प्रदेश सरकार का बजट' नाम से ऐप भी तैयार किया गया है. केंद्र की तर्ज पर पहली बार पेपर लेस बजट इस बार प्रदेश सरकार पेश करने जा रही है.


ट्रेनिंग सेशन को 3 चरणों मे बांटा गया है जिसमें आईपैड से जुड़ी तकनीकी जानकारी इस बार सभी विधायकों को दी जा रही है. ये ट्रेनिंग 3 दिनों तक विधायकों को दी जाएगी. जो आज से शुरू होकर 14 फरवरी तक चलेगी. ये ट्रेनिंग सेशन तिलक हाल और नवीन भवन में रखा गया है. बताया जा रहा है कि एक दिन में ट्रेनिंग के 3 सेशन हो सकेंगे. विधायकों को अलग-अलग सेशन में विधानसभा क्षेत्र की संख्या के आधार पर बुलाया गया है.


कांग्रेस ने किया कटाक्ष


हालांकि इस पेपर लैस ट्रेनिंग सेशन का कांग्रेस ने कटाक्ष किया है. कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कहा है कि कम्प्यूटर चलाने की शिक्षा या टैब चलाने की शिक्षा विधान मंडल सत्र चलाने के लिए उन लोगों को है जिन लोगों ने राजीव गांधी के कम्प्यूटर क्रांति का विरोध किया था, धरने दिए थे और बैल गाड़ी से जिस विचारधारा के लोग संसद जाया करते थे उनको है.


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