UP New DGP: उत्तर प्रदेश को एक बार फिर कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) मिला है. 1988 बैच के आईपीएस विजय कुमार (IPS Vijay Kumar) कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए हैं. मंगलवार को आरके विश्वकर्मा (RK Vishwakarma) के कार्यकाल का आखिरी दिन था. नए डीजीपी के लिए कई नामों की चर्चा थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने विजय कुमार पर भरोसा जताया. विजय कुमार को डीजी विजिलेंस, डीजी सीबीसीआईडी के साथ कार्यवाहक डीजीपी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है.


एक बार फिर कार्यवाहक के हवाले पुलिस प्रमुख की कमान


सीनियरिटी के लिहाज से मुकुल गोयल (Mukul Goel) की डीजीपी पद पर दावेदारी बनती थी. डीएस चौहान (DS Chauhan) से पहले 1987 बैच के आईपीएस मुकुल गोयल डीजीपी का पदभार संभाल चुके थे. वर्तमान में नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे मुकुल गोयल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल 11 मई को डीजीपी के पद से हटा दिया था. हालांकि, योगी सरकार के मुकुल गोयल को दोबारा डीजीपी बनाने पर संशय बरकरार थी. एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस प्रमुख का पद कार्यवाहक के हवाले करने का फैसला किया. उत्तर प्रदेश को लगातार तीसरी बार कार्यवाहक डीजीपी मिला है.


स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार की चर्चा पर विराम


विजय कुमार के अलावा आईपीएस अधिकारी आनंद कुमार भी डीजीपी पद की दौड़ में शामिल थे. 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी आशीष गुप्ता, 1990 बैच की रेणुका मिश्रा, बीके मौर्य और एसएन साबत की भी डीजीपी बनने की चर्चा थी. नए कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए विजय कुमार जनवरी 2024 में रिटायर होंगे. स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनने की चर्चा पर अब विराम लग गया है. बीते दिनों योगी सरकार ने प्रशांत कुमार को स्पेशल डीजी के पद पर प्रमोट किया था. हाल में कई विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. प्रदेश सरकार ने कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा के सेवा विस्तार का प्रस्ताव नहीं था. डीएस चौहान की सेवानिवृत्ति के बाद आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी चुना गया था. 


Atiq Murder Case: अतीक-अशरफ हत्याकांड के आरोपियों से SIT फिर करेगी पूछताछ! इन 8 सवालों के जरिए तलाशेगी सुराग