सहज हुआ बाबा विश्वनाथ से लेकर महाकाल के दर्शन करना...देश को मिलने जा रही है काशी-महाकाल एक्सप्रेस
रेलवे ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन की सुलभता के लिये बड़ा कदम उठाया है। तीन ज्योतिर्लिंग को जोड़ने के लिये तेजस की तर्ज पर आईआरसीटीसी निजी ट्रेन चलाने जा रहा है
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर लगातार काम कर रहा है। इसके लिये कॉरपोरेट स्तर पर ट्रेने चलाने का प्रयोग भी शामिल है। आईआरसीटीसी को यह जिम्मा दिया गया है। दो निजी ट्रेनों के सफल संचालन के बाद आईआरसीटीसी रेल नेटवर्क में तीसरी वातानुकुलित ट्रेन चलाने जा रहा है। वाराणसी-इंदौर रूट पर 20 फरवरी से काशी महाकाल सुपर फास्ट एक्सप्रेस शुरू की जा रही है। यह ट्रेन रात में चलायी जाएगी। आपको बता दें कि आईआरसीटीसी अभी लखनऊ-नई दिल्ली तेजस और अहमदाबाद-मुंबई तेजस संचालित कर रहा है। सुपर फास्ट काशी महाकाल एक्सप्रेस 16 फरवरी को लॉन्च की जाएगी।
रात्रिकालीन सेवा होगी महाकाल एक्सप्रेस
आईआरसीटीसी ने कहा है, 'लंबी दूरी की पहली रात्रिकालीन ट्रेन होने के कारण आईआरसीटीसी यात्रियों को कई सुविधाएं और सेवाएं देने की तैयारी की है। इनमें गुणवत्तापूर्ण शाकाहारी खाना, बेडरोल एवं देखभाल और सुरक्षा सेवा शामिल हैं।'
ऐसे होगी टिकट की बुकिंग
तेजस ट्रेनों की तरह काशी महाकाल एक्सप्रेस के लिए भी केवल आईआरसीटीसी की वेबसाइट और उसके मोबाइल एप 'आइआरसीटीसी रेल कनेक्ट' से बुकिंग की जा सकेगी। ट्रेन में अग्रिम आरक्षण अवधि 120 दिनों की होगी और केवल सामान्य व विदेशी पर्यटक कोटा होगा। पहला आरक्षण चार्ट तैयार हो जाने के बाद स्टेशन पर करेंट बुकिंग उपलब्ध रहेगा। गाड़ी छूटने से चार से पांच घंटे पहले चार्ट तैयार किया जाएगा।
तीन ज्योतिर्लिंगों को जोड़ेगी यह ट्रेन
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने भी ट्वीट कर इसके बारे में जानकारी दी। रेलमंत्री ने लिखा कि रेलवे द्वारा भगवान शिव के तीन ज्योतिर्लिंगों ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर और काशी विश्वनाथ को कनेक्ट करने वाली "काशी महाकाल एक्सप्रेस" शुरू की जा रही है। सप्ताह में तीन दिन इंदौर से वाराणसी के बीच चलने वाली इस AC ट्रेन में यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधायें उपलब्ध होंगी।
पीएम दिखाएंगे हरी झंडी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को काशी से उज्जैन होते हुए इंदौर तक चलने वाली देश की तीसरी कारपोरेट ट्रेन महाकाल एक्सप्रेस का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कैंट स्टेशन से लोकार्पण करेंगे। आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव ने बताया कि ट्रेन चलाने के लिए रेलवे बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। हालांकि इसके नियमित रूप से चलने की तारीख अभी तय नहीं है। उम्मीद है कि शिवरात्रि से यह नियमित रूप से चलाई जाएगी। रविवार को वाराणसी से यह ट्रेन इलाहाबाद-कानपुर रूट से चलेगी, जबकि लखनऊ-कानपुर रूट से यह मंगलवार और गुरुवार को चलेगी। यह ट्रेन भोपाल के यात्रियों के लिए भी सहूलियत भरी होगी। संत हिरदाराम नगर भोपाल शहर के पास का स्टेशन है।
मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि शुरू में काशी महाकाल एक्सप्रेस में 12 कोच होंगे। मांग बढ़ने पर कोच बढ़ाए जाएंगे। सभी एसी थ्री टियर कोच हैं। बाद में सेकेंड एसी श्रेणी के कोच बढ़ाये जा सकते हैं। आईआरसीटीसी की ओर से केटरिंग सेवाएं दी जाएंगी। वाराणसी से चलने पर शाम पांच बजे चाय व स्नैक्स, रात में खाना, सुबह उज्जैन पहुंचने से पहले चाय व स्नैक्स, इंदौर के यात्रियों को नाश्ता कराया जाएगा। नाश्ते में बनारसी कचौड़ी-जलेबी और इंदौरी पोहा होगा। ट्रेन में सर्विस देने वाले कर्मियों की पोशाक केसरिया होगी। लोकार्पण के दौरान बनारसी पान भी खाने को मिलेगा। पूरे कोच का कलेवर भी बदलेगा। हमसफर की जगह महाकाल एक्सप्रेस की कोटिंग की जाएगी।