Chardham Yatra: चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम जाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा की मांग सबसे अधिक रहती है. इस बार भी हेली सेवा के टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी (IRCTC) के माध्यम से ऑनलाइन की जाएगी. पिछले वर्षों में हेली टिकटों की कालाबाजारी और फर्जीवाड़े की शिकायतें सामने आई थीं, जिसे देखते हुए इस बार उत्तराखंड सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विजिलेंस को इस पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी तरह की अनियमितता न हो.
केदारनाथ यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर टिकटों की भारी मांग रहती है, जिससे टिकटों की कालाबाजारी और फर्जीवाड़े की घटनाएं बढ़ जाती हैं. कई बार एजेंट और बिचौलिए तीर्थयात्रियों से मनमाने दाम वसूलते हैं. पिछले साल भी शिकायतें आई थीं कि श्रद्धालुओं को तय दर से अधिक दामों पर टिकट खरीदने पड़े थे. इसे देखते हुए सरकार ने इस बार विजिलेंस की विशेष टीम को निगरानी का जिम्मा सौंपा है.
हेली टिकट को लेकर सीएम धामी ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने निर्देश दिए हैं कि जो भी व्यक्ति या एजेंसी हेली टिकटों की कालाबाजारी या गड़बड़ी करते हुए पकड़ा जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. विजिलेंस टीम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेगी ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना न करना पड़े.
केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा मुख्य रूप से गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी हेलिपैड से संचालित की जाती है. इस सेवा के तहत कई नामी हेली ऑपरेटर यात्रियों को सुविधा प्रदान करते हैं, जिनमें पवन हंस, हिमालयन हेली, ट्रांस भारत, ग्लोबल विक्ट्रा, थंबी एविएशन, केस्ट्रल एविएशन और एयरो एयरक्राफ्ट शामिल हैं.
टिकट की कालाबाजारी पर लगेगी रोक
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) ने हेली सेवा के संचालन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. साथ ही, मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का सख्ती से पालन किया जाएगा, ताकि सुरक्षा और सुविधा में कोई कमी न रहे. यात्रा के दौरान सुरक्षा और सुविधा के दृष्टिकोण से हेलीकॉप्टर सेवाओं का सही तरीके से संचालन होना जरूरी है.
आईआरसीटीसी के माध्यम से हेली टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा होने के बावजूद हर साल शिकायतें आती हैं कि एजेंट और बिचौलिए टिकट खरीदकर ऊंचे दामों पर बेच देते हैं. इससे श्रद्धालुओं को ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है. सरकार की सख्ती से उम्मीद की जा रही है कि इस बार श्रद्धालुओं को कालाबाजारी और फर्जीवाड़े से राहत मिलेगी.
टिकट बुकिंग प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की कोशिश
इस साल सरकार ने टिकटों की बुकिंग प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू करने का निर्णय लिया है. अधिकारियों का कहना है कि विजिलेंस टीम ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम की निगरानी करेगी और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जांच करेगी.
सरकार और प्रशासन की इन सख्त व्यवस्थाओं का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं को सही कीमत पर टिकट मिलें और वे आसानी से अपनी यात्रा पूरी कर सकें. अधिकारियों का कहना है कि इस बार किसी को भी मनमानी करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.
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