नोएडा में बड़ा हादसा टला, एलीवेटेड रोड निर्माण के दौरान पिलर का जाल भरभराकर गिरा
नोएडा के बरौला में बन रही एलीवेटेड रोड कंस्ट्रक्शन के दौरान बड़ी दुर्घटना टल गई. यहां पिलर के लिये बनाया गया जाल अचानक गिर पड़ा, जिससे मौके पर अफरा तफरी मच गई. हालांकि, इस दौरान किसी को नुकसान नहीं पहुंचा.
नोएडा: नोएडा के सेक्टर 49 के बरौला गांव में निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड के एक पिलर का सरिया वाला जाल अचानक गिर गया, जिसमें काम कर रहे दो मजदूर बाल-बाल बचे. नोएडा में बन रहे एलिवेटिड रोड के निर्माण के दौरान पिलर बनाने का काम चल रहा था, उसी दौरान एक पिलर का लोहे का जाल पूरा का पूरा भर-भराकर जमीन में जा गिरा. उस समय कुछ मजदूर भी वहां काम कर रहे थे, लेकिन गनीमत रही कि काम कर रहे मजदूरों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. लेकिन उस समय काम चल रही साइड पर अफरातफरी मच गई और इसी दौरान आनन फानन में ठेकेदार ने जल्दी क्रेन और दूसरे साधनों से जाल के पिलर को सीधा करने में जुट गए.
बन रही है एलीवेटेड रोड
नोएडा वासियों की काफी लंबे समय से एलिवेटेड रोड के निर्माण की मांग थी. बरौला व भंगेल काफी भीड़- वाला इलाका होने के कारण नोएडा वासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. काफी समय तक जाम से जूझना भी पड़ता है, जिसके चलते इस एलिवेटेड रोड को हरी झंडी दी गयी, जिसके बाद इसका निर्माण शुरू किया गया है. उत्तर प्रदेश ब्रिज कॉर्पोरेशन द्वारा बनाने का काम किया जा रहा है, जिसकी समय सीमा दिसंबर, 2022 रखी गई थी, पर काम में तेजी आने के बाद इसे एक साल पहले दिसंबर, 2021 तक बनाने का लक्ष्य रखा गया.
काम की तेजी पर सवाल
सवाल यह है कि कहीं जल्दीबाजी के चक्कर में इसकी गुणवत्ता प्रभावित तो नहीं हो रही. बता दें कि, भंगेल-बरौला एलिवेटेड रोड नोएडा प्राधिकरण के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में से एक है. इसके निर्माण पर करीब 668 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं. कुछ वक्त पहले नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा इस रोड का निर्माण निर्धारित समय से एक साल पहले तक पूरा कर लिया जाएगा. पहले इसे दिसंबर 2022 तक बनाने की डेडलाइन रखी गई थी.
इस घटना को लेकर जब बात की गई तो जानकारी मिली कि, पिलर का जाल का साइज काफी ऊंचा होने के कारण यह हादसा हुआ है. इसकी पिलर की ऊंचाई 20.25 थी और यह सिंगल लोहे के सरिया की कास्ट पर था, वरना पिलर को डबल कास्ट पर रखा जाना चाहिए. नोएड़ा प्राधिकरण की तरफ से कंसलटेंट PMC के कहने पर ही इसको सिंगल लोहे के सरिया पर बनाया गया था.
ये भी पढ़ें.
UP: जमकर गरजी नगर निगम की जेसीबी, करोड़ों की ग्रीन बेल्ट से हटाये गये अवैध कब्जे