लखनऊ: बड़े फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा, एक हफ्ते में राजधानी के 386 स्कूलों पर लगा ताला
राजधानी में बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जी स्कूलों के संचालन में बड़ी अनियमितता पाई हैं। विभाग की जांच में कई विद्यालय ऐसे मिले हैं जो सिर्फ कागजों में ही मौजूद थे।
लखनऊ, (शैलेश अरोड़ा)। बेसिक शिक्षा विभाग फर्जी स्कूलों को लेकर इस समय सख्त रवैया अपना रहा है। एक हफ्ते में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने लखनऊ के 368 स्कूलों पर ताला लगवाया है। इनमें अधिकतर नाम ऐसे हैं जिन्होंने जिस जमीन के कागज दिखाकर मान्यता ली वहां वो स्कूल मिला ही नहीं। बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अमरकांत सिंह के अनुसार अभी कई और स्कूलों पर ताला लग सकता है।
ऐसे खुला फर्जीवाड़े का खेल
असल में सभी स्कूलों को यू डायस के पोर्टल अपनी जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए गए थे। इस पोर्टल के डेटा की विश्लेषण कर विभाग अपनी नीतियां बनाता है। कई बार पत्र जारी होने के बाद भी कई स्कूलों ने इस पोर्टल पर अपनी जानकारी नहीं भरी। इसके बाद विभाग ने अपने ब्लाक एजुकेशन ऑफिसर्स को स्कूलों का निरीक्षण करने भेजा। मौके पर अधिकारियों ने देखा की कई जगह उस पते पर कोई स्कूल ही नहीं है। इससे साफ जाहिर है कि या तो स्कूल बंद हो गया या मान्यता किसी जमीन को दिखाकर ली गई और स्कूल किसी और जगह चल रहा है।
स्कूल चलाया तो लगेगा जुर्माना फिलहाल बीएसए ने इन स्कूलों की मान्यता रद्द कर अपने रिकार्ड्स में इनको बंद कर दिया है। अब अगर इनमें से कोई भी स्कूल चलता मिला तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। पहली बार एक लाख का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके बाद भी स्कूल का संचालन बंद नहीं हुआ तो प्रतिदिन 10 हजार रुपये के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा।
छात्रों का अन्य जगह कराएंगे एडमिशन इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का नुकसान ना हो इसके लिए भी बेसिक शिक्षा विभाग ने व्यवस्था की है। जो स्कूल बंद किए गए हैं उन्हें अगर छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं तो उनका आसपास के अन्य स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा।