इजरायल में फंसे यूपी के लोगों के परिजनों ने बताई दर्दनाक कहानी, कहा- बंकर में छिपकर बचा रहे जान
Israel Iran Conflict: शाहबुद्दीन के भाई रियाजुद्दीन ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कहा कि इजराइल-ईरान संघर्ष के चलते पूरा परिवार तनाव में है. शाहबुद्दीन के परिवार में चार बच्चे और पत्नी हैं.
Israel Iran Conflict News: ईरान और इजरायल इस समय जंग के मुहाने पर खड़े हैं. दोनों देशों द्वारा एक-दूसरे पर मिसाइल छोड़े जा रहे हैं. मिसाइलों के हमले से बचने के लिए दोनों देशों के लोग बंकरों में छिपकर अपनी जान बचा रहे हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद के भी 9 लोग भी घिरे हुए हैं. बताया जा रहा है कि यह सभी नौ लोग कामगार थे, जो इजरायल में काम करने के लिए गये थे.
अब इन कामगारों के परिवार को इनकी जान का डर सता रहा है. परिवार के लोग वीडियो कॉल पर इरान-इजरायल के तनाव के बीच उनकी सलामती के लिए पल-पल के हालात जान रहे हैं. वहीं हापुड़ जिले का प्रशासन भी इन कामगारों के संपर्क में है. हापुड़ के मजीदपुरा में रहने वाले शाहबुद्दीन सहित जनपद के 9 कामगार इसी साल ईद से एक दिन पहले इजरायल के लिए रवाना हुए थे. सभी कामगार सही सलामत इजरायल पहुंच तो गये, लेकिन अब दोनों देशों के हमले के बीच वह बंकरों में छिपकर अपनी जान बचा रहे हैं.
शाहबुद्दीन के भाई रियाजुद्दीन ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कहा कि इजराइल-ईरान संघर्ष के चलते पूरा परिवार तनाव में है. शाहबुद्दीन के परिवार में चार बच्चे और पत्नी हैं, बच्चों में तीन लड़कियां हैं. परिवार को चिंता है कि शाहबुद्दीन के साथ कहीं किसी तरह की अनहोनी न हो जाए. इसके लिए पूरा परिवार शाहबुद्दीन से वीडियो कॉल पर बातचीत करता रहता है.
मिसाइल वॉर के कारण बंकरों में छिपकर बचा रहे जान
रियाजुद्दीन ने बताया कि शाहबुद्दीन ने उन्हें बताया है कि इन दिनों मिसाइल वॉर के कारण बंकरों में छिपकर जान बचानी पड़ रही है. मिसाइल अटैक होने से पहले तेजी से सायरन बज जाता है और उन सहित वहां के सभी नागरिक तेजी के साथ बंकरों में जाकर छिप जाते हैं. रियाजुद्दीन ने कहा कि शाहबुद्दीन इन दिनों इजरायल के यरूशलम में हैं. ऐसे में पूरे परिवार को उनकी चिंता सता रही है. वहीं हापुड़ जिले का प्रशासन भी पूरी तरह से सभी 9 कामगारों के संपर्क में है.
सहायक श्रमायुक्त ने दी पूरी जानकारी
वहीं इस मामले में हापुड़ सहायक श्रमायुक्त सर्वेश कुमारी ने बताया कि मुख्यालय और शासन के अनुसार जो लिस्ट गई थी उसमें से सात लोगों को चिन्हित किया गया था भेजने के लिए. भारत सरकार की जो एनएसडीसी कार्यालय है और इसके अलावा दो और लोग हैं जो डायरेक्ट गए हैं. हमारी लगातार बात हो रही है, हमने एक ग्रुप भी बनाया हुआ है. ऐसी कोई दिक्कत उन्होंने अभी नहीं बताई है और कह रहे हैं अभी हम सब लोग ठीक हैं.
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