Israel Palestine Attack: इजरायल और फलस्तीन के बीच जारी युद्ध का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है. भारत ने मित्र देश इजरायल को समर्थन दिया है. प्रधानमंत्री मोदी के फैसले का असर वाराणसी में देखा जा रहा है. वाराणसी पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है. संसदीय क्षेत्र के लोगों ने भी इजरायल का समर्थन किया है. दशाश्वमेध घाट पर काशीवासियों ने इजरायल के समर्थन में मां गंगा से विशेष प्रार्थना की. आज सुबह दशाश्वमेध घाट पर दर्जनों लोगों ने दुग्धाभिषेक कर मां गंगा की आरती उतारी. उन्होंने मां गंगा से प्रार्थना कर इजरायल में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना भी प्रकट की. वाराणसी में युवाओं ने टैटू बनवाकर भी इजरायल को अपना समर्थन दिया है.


इजरायल के समर्थन में दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन


लोगों के हाथों में भारत और इजरायल का राष्ट्रीय ध्वज था. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की तस्वीर के साथ लोग घाट पर पोस्टर लेकर पहुंचे. पोस्टर में भारत इजराइल की अटूट मित्रता को दर्शाया गया था. पूजन कर रहे लोगों ने कहा कि आतंकी हमले में इजरायल के कई लोग मारे गए हैं. मृतकों के प्रति हमारी संवेदना है.


उन्होंने कहा कि भारत इजराइल का सबसे करीबी मित्र है. हम लोग स्पष्ट करना चाहते हैं कि संकट के समय सभी हिंदुस्तानी इजरायल के साथ खड़े हैं. उन्होंने इजरायल का विरोध करने वालों पर भी निशाना साधा. दशाश्वमेध घाट पर पहुंचे काशीवासियों ने कहा कि हमास का समर्थन भारतीय विचारधारा कभी नहीं हो सकती. 




'भारत के मित्र देश पर हमला स्वीकार्य नहीं'


उन्होंने कहा कि आतंकवाद से भारत भी पीड़ित रहा है. भारतवासी कभी भी आतंकवादी हमले के पक्ष में नहीं हो सकते. बता दें कि इजरायल पर हमले की शुरुआत हमास के लड़ाकों की तरफ से की गई थी. 7 अक्टूबर की सुबह हमास के लड़ाकों ने इजरायल में पांच हजार रॉकेट दागकर दुनिया को हैरान कर दिया. इजरायल पर हुए भीषण हमलों के बाद प्रधानमंत्री के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा कर फलस्तीन को कड़ा सबक सिखाने की चेतावनी दी. 7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग में दोनों पक्षों के हजारों लोगों की जान चली गई है. 


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