Azam Khan: 2017 में BJP सरकार बनने के बाद आजम खान पर टूटा मुसीबतों का पहाड़, जानें- कैसे 'चक्रव्यूह' में फंसा पूरा परिवार?
UP Politics: आयकर विभाग के छापे से आजम खान की मुसीबतें एक बार फिर बढ़ गई हैं. सपा के कद्दावर नेता आजम पर मुसीबतों की शुरुआत बीजेपी सरकार बनने के साथ शुरू हो गई थी.
Azam Khan News: घोसी उपचुनाव में सपा को मिली शानदार जीत (Ghosi By Election Result 2023) का जश्न अभी फीका भी नहीं पड़ा था कि कद्दावर नेता आजम खान पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा. आयकर विभाग ने बुधवार को आजम खान के उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में 30 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की. हाल के वर्षों में आजम खान पर किसी जांच एजेंसी की पहली कार्रवाई नहीं है. 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बीजेपी सरकार बनने के बाद आजम खान पर शिकंजा कसने लगा. उनके खिलाफ भड़काऊ भाषण, धोखाधड़ी, जमीन हथियाने जैसे 81 मामले रामपुर में दर्ज किए गए. आजम खान की पत्नी तनजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम भी कम से कम 40 मुकदमों में आरोपी बनाए गए. आजम परिवार पर मुसीबतों की फेहरिस्त लंबी है. जानिए कब-कब चक्रव्यूह में आजम परिवार फंसा.
BJP सरकार बनने के बाद चक्रव्यूह में आजम परिवार
फरवरी 2020 में आजम पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला समेत कथित जन्म प्रमाण पत्र फर्जीवाड़े में गिरफ्तार कर लिए गए. 2020 से 2022 के बीच तीनों अलग-अलग मौकों पर जेल से बाहर आए. पिछले साल 27 अक्तूबर को 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण मामले में आजम दोषी करार दिए गए. रामपुर की कोर्ट से तीन साल की सजा का फैसला आने के बाद आजम को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया. 10 बार रामपुर विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके आजम खान की विधायिकी रद्द होने के बाद सीट खाली घोषित हो गई. दिसंबर में रामपुर उपचुनाव को आजम खान के धुर विरोधी आकाश सक्सेना ने जीत लिया.
आयकर विभाग की छापेमारी से फिर बढ़ी मुसीबतें
बीजेपी प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने सपा के आसिम रजा को 34,136 वोटों से हराया. रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम का हवाला देते हुए चुनाव अधिकारियों ने आजम का मतदाता सूची से नाम हटाने का भी आदेश पारित किया. 24 मई 2023 को आजम खान भड़काऊ भाषण मामले में बरी हो गए. रामपुर की कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को खारिज कर दिया. उत्तर प्रदेश सरकार ने आजम की रिहाई के खिलाफ आदेश को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी. इस साल जुलाई में आजम को दूसरे भड़काऊ भाषण मामले में दो साल की सजा हुई. लोकसभा चुनाव से पहले 8 मई 2019 को रामपुर की शहजाद नगर पुलिस ने भड़काऊ भाषण का मामला दर्ज किया था.
शिकायत के अनुसार आजम ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को निशाना बनाते हुए तत्कालीन रामपुर डीएम सह निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ भड़काऊ बात कही थी. सजा सुनाए जाने से पहले योगी सरकार ने आजम की वाई श्रेणी सुरक्षा वापस ले ली. इस साल फरवरी में मुरादाबाद कोर्ट ने आजम और बेटे अब्दुल्ला को 15 साल पुराने मामले में दो साल की सजा सुनाई. मामला गाड़ी को चेकिंग के लिए रोके जाने पर ट्रैफिक जाम करने का था. अब्दुल्ला को विधायिकी पद से अयोग्य घोषित कर दिया गया. रामपुर की स्वार विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की सहयोगी अपना दल उम्मीदवार शफीक अहमद अंसारी ने सपा प्रत्याशी अनुराधा चौहान को मात दी.