Lucknow News: सपा नेताओं के ठिकानों पर आयकर विभाग की तीन दिन की छापेमारी में बड़े खुलासे हुए हैं. यूपी के लखनऊ, मऊ और मैनपुरी समेत कोलकाता, बेंगलुरु, कर्नाटक और एनसीआर के एक साथ 30 ठिकानों पर हुई छापेमारी में सैकड़ों करोड़ रुपए की गड़बड़ियां पाई गई हैं. पता चला है कि सपा नेताओं ने कई फर्जी कंपनियों के जरिये सैकड़ों करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति जुटाई और 244 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की. फर्जी कंपनियों में हवाला के जरिए लेनदेन की भी पुष्टि हुई है.


आयकर विभाग ने टैक्स चोरी की सूचना पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के करीबी जैनेंद्र सिंह उर्फ नीटू यादव के लखनऊ के पॉश इलाके गोमतीनगर स्थित दो मकानों के साथ ही मऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के आवास और बेंगलुरु व दिल्ली स्थित ऑफिस के अलावा मैनपुरी में मनोज यादव के आवास और प्रतिष्ठान पर छापा मारा था. शनिवार सुबह 7 बजे शुरू हुई यह करवाई सोमवार देर रात खत्म हुई. छापेमारी के दौरान आयकर विभाग की टीमों ने सभी जगहों से टैक्स चोरी से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डाटा जब्त किये हैं.


अघोषित कमाई के रूप में 1.12 करोड़ रुपए सीज किए गए
सभी सपा नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान आयकर विभाग ने अघोषित कमाई के रूप में 1.12 करोड़ रुपए सीज़ किये हैं. सपा नेताओं के सिविल कंस्ट्रक्शन के कारोबार में करोड़ों रुपए के फर्जी खर्चों की गड़बड़ी पाई है. आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि खाली बिल बुक्स, भारी मात्रा में स्टैम्प, फर्जी सप्लायर को भुगतान के लिए साइन की हुई चेक बुक जब्त की गईं हैं. एक कंपनी के डायरेक्टर की 86 करोड़ रुपये की अघोषित आय पाई गई है. उक्त डायरेक्टर से पूछताछ की गई तो उसने 68 करोड़ रुपये की अघोषित आय कुबूल करते हुए टैक्स का भुगतान करने का ऑफर भी दिया.


प्रोपराइटरी कंपनियों के बीते कुछ सालों के टर्नओवर में 150 करोड़ रुपए की गड़बड़ियां पाई गईं. छानबीन में खुलासा हुआ कि फर्जी कंपनियों के जरिए इनकम और इन्वेस्टमेंट किया गया था. ऐसे 12 करोड़ रुपये के फर्जी इन्वेस्टमेंट आयकर विभाग ने चिन्हित किए हैं. एक अन्य मामले में फर्जी कंपनियों के जरिए 11 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट और 3.50 करोड़ रुपए की बेनामी संपतियां भी चिन्हित की गई हैं.


कोलकाता की एक कंपनी का भी कनेक्शन पाया गया
आयकर विभाग की टीम ने कोलकाता की एक कंपनी का भी कनेक्शन पाया है. इस कंपनी ने फर्जी कंपनियों के माध्यम से 408 करोड़ रुपए का शेयर कैपिटल और 154 करोड़ रुपए का असुरक्षित लोन दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. आयकर विभाग ने उक्त कंपनियों में हवाला के जरिए लेनदेन के साक्ष्य मिलने की भी जानकारी दी है. आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि इसके बदले कोलकाता की कंपनी को अवैध तरीके से 5 करोड़ रुपए का कमीशन दिया गया था.


सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय के बेंगलुरु स्थित ट्रस्ट से खाड़ी देशों के ट्रस्ट को 80 लाख रुपये डोनेशन देने पर भी आयकर विभाग की नजर है. आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि डोनेशन ग्रुप में यह रकम केरला की मरकाज़ु सकुआफ़ाथी सुनैया ट्रस्ट और मरकज़ नॉलेज सिटी ट्रस्ट को ट्रांसफर की गई थी. गौर करने वाली बात यह है कि इन संस्थाओं का संबंध खाड़ी देशों से है. कहा जा रहा है कि उक्त ट्रस्ट को यह रकम ट्रस्टियों के व्यक्तिगत लाभ के लिए नॉन ट्रस्ट परपज़ से भेजी गई थी. आयकर विभाग ने इसे इनकम टैक्स एक्ट और फेमा के प्रावधानों का उल्लंघन माना है. आयकर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आगे की कार्रवाई जारी है. अभी और भी नए खुलासे हो सकते हैं.


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