लखनऊ. यूपी में कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना के बढ़ते मामलों ने योगी सरकार के माथे पर चिंता की लकीरे हैं. सरकार ने कोविड से बचाव और इलाज में आइवरमेक्टिन टैबलेट के इस्तेमाल का फैसला किया है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने इस संबंध में एक आदेश जारी कर दिया है. इस बाबत सभी सीएमओ और सीएमएस को निर्देश दिए गए हैं.


इन्हें दी जाएगी आइवरमेक्टिन
निर्देश में कहा गया है कि कोविड मरीज और उनके संपर्क में आए लोगों को ये टैबलेट दी जाएगी. साथ ही कोविड के उपचार और संक्रमण को रोकने के काम मे लगे स्वास्थ्यकर्मियों को बचाने के लिए भी ये दवा दी जाएगी. सभी कैटेगरी के लिए टैबलेट की अलग-अलग डोज होगी. हालांकि गर्भवती और 2 साल से कम उम्र के बच्चों को आइवरमेक्टिन टैबलेट नहीं दी जाएगी. एक्सपर्ट्स के अनुसार विश्व के कई देशों में इस दवा पर शोध हो रहा है. अब तक शोध में अच्छे परिणाम आए हैं.


4 अगस्त को हुई थी बैठक
बताया जा रहा है कि इस दवा के इस्तेमाल को लेकर 4 अगस्त को डीजी हेल्थ की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी. 10 मेडिकल एक्सपर्ट्स की बैठक में इस दवा के इस्तेमाल पर सहमति बनी थी.


24 घंटों में सामने आए 4658 नए केस
यूपी में बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना के 4658 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 61 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बृहस्पतिवार को 1918 हो गई. इस तरह राज्य में एक दिन में संक्रमण और मौत के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं. अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 43654 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 63402 लोग ठीक हो चुके हैं. संक्रमण की वजह से बीते 24 घंटों में 61 और मौतों के साथ अब तक 1918 लोगों की मौत हुई है. प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 1, 08, 974 हो गई है.


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