Ayodhya 14 Kosi Parikrama: 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के अंदर अंडा, मांस और मदिरा पर रोक लगाने की मांग को लेकर तपस्वी छावनी के परमहंस आचार्य ने महापौर ऋषिकेश उपाध्याय से मुलाकात की है. जगतगुरु परमहंस आचार्य ने ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में उन्होंने 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के अंदर अंडा, मांस और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है. 


बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा मामला 
परमहंस दास ने कहा अयोध्या हिंसा मुक्त क्षेत्र होने के कारण ही इसे अवध क्षेत्र कहा जाता है. यही नहीं आध्यात्मिक नगरी होने के कारण दूर दराज से लोग यहां दर्शन-पूजन और परिक्रमा करने आते हैं. इसलिए 14 कोस की परिधि में अंडा, मांस और मदिरा की बिक्री पर रोक लगानी चाहिए. वहीं, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि इस मामले को बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा और जल्द से जल्द उचित कार्रवाई की जाएगी.


शराब और मांस की दुकानों को हटाया जाए
बता दें कि, अयोध्या की शास्त्रीय सीमा के अंदर मांस, अंडा और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाए जाने के लिए परमहंस दास काफी लंबे समय से आंदोलित हैं. परमहंस दास के द्वारा राष्ट्रपति को भेजे गए शिकायती पत्र पर राष्ट्रपति के निर्देश पर पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के आसपास के अंडा और मांस की दुकान पिछले वर्ष हटाई गई थी. अब परमहंस का दावा है कि अयोध्या के सांस्कृतिक सीमा 14 कोसी परिक्रमा के अंदर से भी शराब और मांस की दुकानों को हटाया जाना चाहिए.


महोबरा चौराहे पर हैं दुकानें 
दरअसल, अयोध्या में प्रवेश के साथ ही महोबरा चौराहे पर मांस, अंडा और शराब की दुकानें हैं. अयोध्या में प्रवेश के साथ ही श्रद्धालु को इसी चौराहे से होकर गुजरना पड़ता है. बीते दिनों परमहंस दास ने अनशन की भी चेतावनी दी थी जिसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से एसएसपी अयोध्या को निर्देशित किया गया था. एसएसपी अयोध्या के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ने मांस और अंडे की दुकानों को बंद करा दिया था.


महापौर ने दिया आश्वासन
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि 2018 में राष्ट्रपति से मुलाकात कर निवेदन किया था कि अयोध्या क्षेत्र में मांस, अंडे और शराब की दुकानों पर प्रतिबंध लगा दिया जाए. हिंसा और वध मुक्त क्षेत्र होने के कारण ही इसका नाम अवध नाम पड़ा था. विधर्मीयों के द्वारा अंडा, मांस और शराब की बिक्री लगातार चल रही है. हमने ज्ञापन दिया था जिसके बाद पंचकोसी की परिक्रमा मार्ग के अंदर से मांस और अंडे की दुकानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और 14 कोस के लिए आश्वासन दिया गया था. जल्द ही शराब, मांस और अंडे की दुकाने हटाई जाएंगी. महापौर ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही 14 कोस की सीमा के अंदर के भी मांस मदिरा और शराब की दुकानें हटाई जाएंगी. 


करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र
परमहंस दास ने कहा कि राम की नगरी करोड़ों हिंदुओं की आस्था के केंद्र हैं. अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को ये लगना चाहिए कि वो धर्म नगरी अयोध्या में हैं, जहां पर हिंसा नहीं होती है, जो वध मुक्त क्षेत्र है, नशा मुक्त क्षेत्र है. इसके लिए महापौर में आश्वासन दिया है कि जल्द ही अयोध्या 14 कोसी परिक्रमा मार्ग के अंदर का क्षेत्र अंडा, मांस और मदिरा से मुक्त होगा.


प्रतिबंध लगाने के लिए मिला है ज्ञापन
वहीं, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि महाराज श्री अयोध्या के तपस्वी संत हैं और राष्ट्र के प्रति जागरूक हैं. अयोध्या का गौरव बढ़े हमेशा इस पर चिंतन करते रहते हैं. इसी क्रम में पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के अंदर शराब और मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. नगर निगम के द्वारा पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है. आज 14 कोस परिक्रमा मार्ग के अंदर शराब मांस और अंडा की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए ज्ञापन मिला है, इसको हम बोर्ड में ले जाएंगे. अयोध्या की गरिमा और संतों की इच्छा के अनुरूप कार्य को पूरा करने का प्रयास करेंगे.


ये भी पढ़ें:


यूपी में एंबुलेंस कर्मियों पर सरकार की कार्रवाई से भड़कीं प्रियंका गांधी, कहा- 'ऐसी सरकार से भगवान बचाए'